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कुख्यात चंदन गिरोह का 7 अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद – नवादा |

रंगदारी व लेवी मांगने में पुलिस की कार्रवाई

रवीन्द्र नाथ भैया |

पुलिस ने रंगदारी से जुड़े दो मामले का राजफाश करते हुए घटना में शामिल 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों के पास से भारी मात्रा में अग्नेयास्त्र व कारतूस सहित रंगदारी की मांग में प्रयुक्त मोबाइल आदि की बरामदगी की गई है। जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविंदपुर थाना में दर्ज दो अलग-अलग कांडों में पुलिस को यह सफलता मिली है। एसपी डॉ. गौरव मंगला द्वारा एसडीपीओ रजैली संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में गठित एसआईटी के द्वारा उक्त कार्रवाई की गई।
गिरफ्तार सभी बदमाश गोविंदपुर, जमुई और पड़ोसी राज्य झारखंड के सतगावां थानाक्षेत्र के हैं। नक्सली की वेशभूषा धारण कर बदमाशों ने एक निर्माण कंपनी के ठीकेदार सहित दो लोगों से रंगदारी की मांग की थी।
एसपी डाॅ गौरव मंगला द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि दिनांक 10 जून 22 की रात्रि 8 बजे करीब हथयार से लैस 6 बदमाश गोविंदपुर थाना इलाके के शेखोपुर गांव निवासी राम बालक प्रसाद पिता स्व. गणपति महतो जो कि अपने बगीचा की रखवाली कर रहे थे को पहाड़ी के नीचे ले जाकर एक लाइसेंसी रायफल और 5 लाख रुपये रंगदारी की मांग की। घटना की शिकायत उन्हेांने थाने में कांड संख्या 195-22 दर्ज कराई थी।
अगले दिन यानि 10 जून की रात्रि ही 8:30 बजे करीब इंटर स्कूल महावरा, गोविंदपुर करीब 7-8 बदमाश जो कि नक्सली की वेशभूषा में थे पहुंचे। वहां निर्माण कार्य करा रहे कंपनी के सुपरवाइजर सहित अन्य कर्मियों के साथ मारपीट करते हुए सुपरवाइजर के पास रहा 55 हजार रुपये लूट लिया और निर्माण कंपनी गोकुल वासुदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के मालिक से कार्ययोजना का 20 प्रतिशत राशि बताैर लेबी मांग की गई।
इस बावत थाना में कांड संख्या 196-22 दिनांक 11-6-22 दर्ज किया गया था। प्राथमिकी में अज्ञात को आरोपित किया गया था।
दोनों कांडों की जांच और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ रजौली के नेतृत्व में विशेष जांच टीम गठित की गई थी। टीम ने कार्रवाई करते हुए सात आरोपितों को गिरफ्तार किया।


बदमाशों के पास से बड़ा रायफल दो, लेंस लगा बड़ा रायफल 01, थ्री नट-01, देशी कट्टा 01, जिंदा कारतूस 81 राउंड, घटना में प्रयुक्त मोबाइल 01, मोबाइल सीम कार्ड 01 बरामद किया गया।
इन बदमाशों की हुई गिरफ्तारी :-
1- मुकेश कुमार यादव उम्र 24 पिता बालमुकुंद यादव, घर-थम्हान, थाना चरका पत्थर, जिला जमुई, बिहार।
2-धीरज कुमार उम्र 19 पिता स्व. रामबालक प्रसाद, घर-गलवाती टोला नयाचक, थाना सतगामा, जिला कोडरमा, झारखंड।
3-धर्मेंद्र कुमार उम्र 20 वर्ष, पिता महेंद्र प्रसाद, घर-गलवाती टोला नयाचक, थाना सतगामा, जिला कोडरमा, झारखंड।
4-विपीन कुमार, उम्र 20 वर्ष, पिता बहादुर पासवान, घर- ईटाबांध, थाना-चंद्रदीप, जिला जमुई।
5-रंजीत कुमार, उम्र 21 वर्ष, पिता दुलार यादव, घर-महेशपुर-बकसोती, थाना गोविंदपुर, जिला-नवादा।
6-राजबल्लभ कुमार, उम्र-20 वर्ष, पिता-कुलदीप यादव, घर-घर-महेशपुर-बकसोती, थाना गोविंदपुर, जिला-नवादा।
7-विभीषण कुमार, उम्र- 19 वर्ष, पिता-महादेव यादव, घर-भलुआना, थाना-चंद्रदीप, जिला-जमुई।
जब्त सामग्री:-
बड़ा रायफल -02
लेंस लगा बड़ा रायफल 01
थ्री नट-01
देशी कट्टा 01
जिंदा कारतूस 81 राउंड
घटना में प्रयुक्त मोबाइल 01
मोबाइल सीम कार्ड 01
इस प्रकार हुआ उद्भेदन :- सर्वप्रथम पुलिस ने मिले इनपुट के आधार पर महेशपुर-बकसोती से राजबल्लभ कुमार के घर छापेमारी की।
राजबल्लभ के पास से 01 रायफल ऐव 15 जिंदा कारतूस बरामद किया गया। वहां से दो अन्य बदमाशों मुकेश कुमार यादव को एक रायफल व 15 जिंदा कारतूस, एवं विपीन कुमार को एक देशी कट्टा और 20 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया। तीनों से पुलिस अभिरक्षा में पूछताछ में कई अहम सुराग मिले। तीनों ने कांड में अपनी संलिप्तता भी स्वीकारी और अन्य साथियों के नाम बताए। जिसके बाद राजबल्लभ की निशानदेही पर महेशपुर-बकसोती से रंजीत कुमार को 01 रायफल व 15 जिंदा कारतूस, गलबाती से धर्मेंद्र कुमार को एक थ्री नट व 10 जिंदा कारतूस, भलुआना के विभीषण कुमार को 06 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया। इसके बाद रंजीत की निशानदेही पर गलवाती कोडरमा के धीरज कुमार को रंगदारी की मांग में प्रयुक्त मोबाइल व सीम के साथ गिरफ्तार किया गया।
इस प्रकार पूरे मामले का राजफाश हुआ।
नवादा पुलिस के लिए इस घटना का उद्भेदन बड़ी चुनौती थी। लेकिन 48 घंटे के भीतर ही कांड की गुत्थी को सुलझा लिया गया।
इस कांड में शामिल सभी अपराधी चंदन गिरोह का सदस्य बताया गया है। हालांकि,चंदन इन दिनों खुद जेल में बंद है। लेकिन, उसका गिरोह पूरी तरह से सक्रिय है।
बता दें कि नए एसपी डॉ. गौरव मंगला के कम समय के कार्यकाल में अबतक जो भी बड़ी घटनाएं हुई है, उसका उद्भेदन रोज-दो राेज में ही कर लिया गया जो बेहतर पुलिसिंग का उदाहरण है।

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