डीएम ने उद्योग विभाग से संबंधित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा कर दिया निर्देश – नवादा |
जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश की अध्यक्षता में उद्योग विभाग से संबंधित योजनाओं यथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी), प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई), मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, बिहार लघु उद्यमी योजना एवं प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की समीक्षा की गई। समीक्षोपरांत उद्योग विभाग की योजनाओं के लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि की योजनावार समीक्षा की गई जिसकी स्थिति निम्नवत पायी गई :- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल लक्ष्य-120 है, जिसमें स्वीकृत आवेदन पत्रों की संख्या-116 एवं वितरित आवेदन पत्रों की संख्या-49 है, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष-2024-25 में कुल लक्ष्य-160 है, जिसमें स्वीकृत आवेदन पत्रों की संख्या-110 एवं वितरित आवेदन पत्रों की संख्या-67 है। इन दोनों योजनाओं में सभी प्रोजेक्ट मैनेजर, उद्योग विस्तार पदाधिकारी एवं डीआरपी को शत प्रतिशत लक्ष्य के विरुद्ध सैंक्शन तथा राशि का निर्गमन सुनिश्चित करने हेतु निदेशित किया गया। साथ ही सभी उद्योग विभाग के अधिकारियों को रोस्टर बना कर संबंधित बैंक की शाखाओं में जाकर लंबित आवेदनों की स्वीकृत कराने का निदेश दिया गया। वैसे बैंक तथा शाखाएं जो इसमें अभिरुचि नहीं ले रही हैं उनके विरुद्ध प्रतिवेदन तैयार कर उनके वरीय अधिकारी एवं एसएलबीसी को सूचित करने का निदेश दिया गया। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना एवं बिहार लघु उद्यमी योजना में सभी लाभुकों का सत्यापन कर बंद पड़ी इकाइयों को पुनः चालू कराने का प्रयास करने हेतु निर्देश दिया ।
जिला पदाधिकारी द्वारा वारिसलीगंज के वासोचक में 36 एकड़ तथा रजौली के भड़रा में 271 एकड़ भूमि का प्रस्ताव उद्योग विभाग को भेजे जाने की जानकारी दी गई। इस भूमि का सर्वेक्षण औद्योगिक दृष्टिकोण से उपयुक्तता के बिंदु पर कराए जाने के पश्चात यहाँ बियाडा के अंतर्गत नए औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जा सकेगा जिससे ज़िले में औद्योगिक विकास की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ेगा।
बैठक में जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री अमित विक्रम भारद्वाज एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।