
रवि रंजन ।
नालंदा पुलिस को बड़ी उपलब्धि हाथ लगी है. जहां नालन्दा ज़िला मुख्यालय बिहार शरीफ के सोहसराय थाना क्षेत्र स्थित आशानगर जैसे रिहायशी मोहल्ले में चल रही एक ‘मिनी गन फैक्ट्री’ का भंडाफोड़ किया है. बीती रात की गई इस छापेमारी में पुलिस ने एक दिव्यांग कारीगर और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है.
आरोपी पति पत्नी किराए के फ्लैट में हथियार बनाने का अवैध कारोबार चला रहे थे. मौके से भारी मात्रा में अर्धनिर्मित हथियार, पिस्टल बनाने वाली मशीनें और उपकरणों का जखीरा बरामद किया है. पुलिस ने इस मामले का तार सीधे तौर पर मुंगेर के हथियार तस्करों से जोड़कर जांच कर रही है. एसपी भारत सोनी ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि सोहसराय थानाध्यक्ष राजमणि को आशानगर में अवैध हथियार निर्माण की खुफिया सूचना मिली थी. सूचना के सत्यापन के बाद डीएसपी सदर नूरुल हक के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने आशानगर निवासी राहुल कुमार के मकान में किराए पर रह रहे अभिषेक कुमार उर्फ अभिषेक विश्वकर्मा के फ्लैट पर छापेमारी की. कमरे के अंदर का नजारा देखकर पुलिस टीम भी दंग रह गई. वहां हथियार बनाने की पूरी फैक्ट्री चल रही थी. पुलिस ने मौके से एक ‘मेड इन USA’ लिखी 7.65 एमएम की पिस्टल, दो मैगजीन, दर्जनों अर्धनिर्मित पिस्टल, बैरल, स्प्रिंग, और हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाली लेथ मशीन, ड्रिल मशीन, ग्राइंडर और वेल्डिंग मशीन समेत 60 से अधिक प्रकार की सामग्रियां बरामद की हैं. उन्होंने आगे बताया कि मुख्य आरोपी अभिषेक कुमार विश्वकर्मा (30 वर्ष) और उसकी पत्नी साक्षी कुमारी (35 वर्ष) को मौके से गिरफ्तार किया गया है. अभिषेक दिव्यांग है और उसने स्वीकार किया है कि वह अपनी पत्नी के सहयोग से काफी समय से यह काम कर रहा था. उसने हथियार बनाने की कला अपने ननिहाल मुंगेर में सीखी थी. पुलिस को मौके से कई बैंकों के एटीएम, क्रेडिट कार्ड और खाते की जानकारी भी मिली है. अब हमें अभिषेक के मुंगेर में किस गैंग से तार जुड़ा है और वह हथियार बनाकर किन लोगों को सप्लाई करता है. बरामद बैंक खातों की जांच कर खरीदारों की पहचान की जाएगी. यह भी पता लगाया जाएगा कि इन हथियारों का इस्तेमाल किन आपराधिक घटनाओं में हुआ है. पुलिस ने मामला दर्ज कर पति-पत्नी को जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है.