राजगीर में आयोजित 554वां प्रकाश उत्सव पर्व के मौक़े लगभग 400 प्रवासी भारतीय श्रद्धालु राजगीर पहुंचे – राजगीर / नालंदा |

नालंदा के राजगीर में आयोजित 554वां प्रकाश उत्सव पर्व के मौक़े पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़. देश विदेश से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गुरुनानक देव महाराज के दरबार पर मत्था टेका. इस दौरान आए श्रद्धालुओं ज़िला प्रशासन और सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं को लेकर शुक्रिया अदा करते हुए देश की तरक्की व आपसी भाईचारा कायम करने के लिए की दुआ मांगी .
इस दौरान राजगीर गुरुद्वारा के प्रबंधक ने बताया कि गुरुनानक शीतल कुंड में मनाया जा रहा है. आज से 3 दिवसीय गुरुनानक देव की जयंती की शुरुआत अखंड कृतन के साथ शुरू हो चुका है जो 48 घंटे तक चलेगा. कल 4 तारीख को भव्य शोभा यात्रा निकाला जाएगा. मुख्य समारोह 5 तारीख को होगा. वो भी मौजूद होंगे और उनके द्वारा जो देश विदेश से आए श्रद्धालुओं के लिए बहुत बढ़िया तरीके से व्यवस्था किया गया है
प्रकाश पर्व में अब तक हजारों श्रद्धालु राजगीर आ चुके हैं, श्रद्धालुओं का आगमन लगातार जारी भी है, लगभग 400 प्रवासी भारतीय श्रद्धालु राजगीर पहुंच गए है, वहीं श्रद्धालुओं के लिए उनके आवासन स्थल से गुरुद्वारा एवं अन्य जगहों पर आने और जाने के लिए 135 ई-रिक्शा का नि:शुल्क परिचालन कराया जा रहा है, साथ ही 50 ई-रिक्शा को रिजर्व में रखा है, सभी आवासन स्थल पर हेल्पडेस्क 24 घंटे कार्यरत है, गुरुद्वारा के सामने ही जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है जो 24 घंटे कार्यरत रहेंगेसभी आवासन स्थल सहित कुल 12 स्थानों पर मेडिकल कैंप भी लगाया गया है, विधि व्यवस्था को लेकर 14 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है, जिसकी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से लगातार की जा रही है।
प्रकाश पर्व के अवसर पर पधारने वाले श्रद्धालुओं के लिए कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार द्वारा आरआईसीसी में आयोजित दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आज उद्घाटन किया गया।
गुरुनानक निष्काम सेवा जत्था दल के चेयरमैन श्री मोहिंदर सिंह, सचिव कला संस्कृति एवं युवा विभाग श्रीमति वंदना प्रेयसी, अपर सचिव कला संस्कृति एवं युवा विभाग श्री दीपक आनंद, जिलाधिकारी श्री शशांक शुभांकर,तख्त श्री हरमंदिर साहिब के इंद्रजीत सिंह, जगजोत सिंह, लखविंदर सिंह एवं अन्य पदधारकों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत बिहार गीत के साथ किया गया। उसके बाद बिहार गौरवगान की मनमोहक प्रस्तुति दी गई।