
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। बहुआरा गांव से सटे जंगल में लगभग पांच कठ्ठे में अफीम की खेती का मामला सामने आया है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि इलाके में अफीम की खेती की जा रही है। इसके बाद पुलिस कप्तान अभिनव धिमान के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई की गयी।
थानाध्यक्ष संजीत राम के नेतृत्व में पहुंची. पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर अफीम की फसल को नष्ट कर दिया।
बताया जा रहा है कि नष्ट की गयी अफीम की फसल की कीमत करीब 50 लाख रुपये है। पुलिस के अनुसार, अफीम की खेती अवैध थी और इसके पीछे कौन लोग शामिल थे, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि अफीम की फसल को नष्ट करने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
मिली जानकारी के अनुसार, बहुआरा गांव से सटे दुर्गम पहाड़ों से घिरे बियाबान जंगल में अफीम की फसल लहलहा रही थी। इनमें मोटी-मोटी अफीम की गांठें भी निकल आयी थीं। मतलब कि यह जल्द ही तैयार होने वाली फसल थी।
बता दें कि गांठों में चीरा लगाने के बाद इन्हीं चीरों वाली गांठों से निकलने वाले चिपचिपे पदार्थ को जमा कर अफीम तैयार किया जाता है। छापेमारी टीम में थानाध्यक्ष संजीत राम के अलावा पीटीसी प्रियेष कुमार विधार्थी, बीएमपी महिला सिपाही शिल्पी कुमारी सहित जिला बल के कई जवान मौजूद थे।
इसके पूर्व रजौली के पेलमो जंगल में अफीम की फसल नष्ट कर महिला समेत तीन को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह हाल तब है जब पुलिस इन क्षेत्रों में लगातार शराब निर्माण की भट्ठियों पर छापामारी कर नष्ट किया करती है। जब उपर से दबाव आता है तब कार्रवाई कर श्रेय लेने में लग जाती है। इसे कहते हैं चित्त भी मेरी, पट भी मेरी।