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बिहार संवाद यात्रा का आयोजन – नवादा |

रवीन्द्र नाथ भैया |

यश पाल मीणा जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में उज्जवल कुमार सिंह अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभागार में बिहार संवाद यात्रा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मनोहर मानव संयोजक बिहार संवाद यात्रा सामाजिक कार्यकर्ता ने आज जीवन को सुरक्षित रखने के लिए जल जीवन हरियाली अभियान पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि यह बिहार संवाद यात्रा प्रकृति तथा मानव को समर्पित है। मनोहर मानव ने यश पाल मीणा जिला पदाधिकारी से मिलकर बिहार संवाद यात्रा के उद्देश्य और कार्यक्रम के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि 24 जिलों में बिहार संवाद यात्रा कार्यक्रम निर्धारित है। मानव ने कहा कि यश पाल मीणा जिला पदाधिकारी जल जीवन हरियाली अभियान में महत्वपूर्ण कार्य किये हैं। उन्होंने जल संकट को अपनी निजी जीवन में समझा है। उन्होंने बेहतर अनुभव के साथ बेहतर कार्य किये हैं जो दूसरे जिला से काफी आगे है। यह जिले का सौभाग्य है कि कुशल और अनुभवी जिलाधिकारी के द्वारा जल जीवन हरियाली अभियान निश्चित तौर पर जिले में सफल होंगे।
जल जीवन हरियाली अभियान में 11 कम्पोनेंट पर मानव के द्वारा चर्चा की गयी जिसमें सभी में जिलाधिकारी के नेतृत्व में बेहतर कार्य किया गया है। बिहार और नवादा जिले में जल जीवन हरियाली अभियान के भूमिगत जल का लेवल काफी उपर आया है।
नीतीश कुमार माननीय मुख्यमंत्री बिहार सरकार का यह अति महत्वकांक्षी एवं सबसे लोकप्रिय अभियान है जो जगत के सभी जीवों के जीवन ,लाइफ से जुड़ा हुआ है। जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। इस योजना की सफलता के लिए जन भागीदारी बहुत जरूरी है। हम सभी का कर्तव्य है कि अपने आने वाले पीढि़यों को भरपूर मात्रा में जल उपलब्ध होता रहे इसके लिए जल का संरक्षण और भंडारण अति आवश्यक है।
किसी दार्शनिक ने कहा था कि चौथा विश्वयुद्ध पानी के संकट को लेकर होगा। इस योजना के सफल होने से जल का स्तर उपर आयेगा और जल संकट से हमें मुक्ति मिलेगी। जीवन को बनाये रखने के लिए मिट्टी का भी आर्थिक और धार्मिक काफी महत्व है। बिना मिट्टी के अनाज उगाना संभव नहीं है। इसलिए मिट्टी का भी संरक्षण अति आवश्यक है। पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से जल जीवन हरियाली अभियान में जिले में किये गए सभी तरह के कार्यों को उज्जवल कुमार सिंह अपर समाहर्त्ता ने बिन्दुवार फिडबैक दिया।
उन्होंने कहा कि जिला में अतिक्रमण से 1313 जल संचय संरचना को मुक्त किया गया, जो उपलब्धि 92.57 प्रतिशत रही। जिले में कुंओं की कुल संख्या 10012 है। सभी कुंओं को चिन्हित करते हुए जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। जल जीवन हरियाली अभियान के बाद जिले में औसत जल का स्तर 26 फिट तक पहुंच गया है। जिले में सकरी, खुरी, धर्नाजय, तमसा, ढ़ाढ़र, तिलैया आदि नदियां बहती है जो जल का सबसे बड़ा श्रोत है। छोटी-छोटी नदियों में चौक डैम का निर्माण कर जल संचय और सिंचाई को बढ़ावा दिया जा रहा है।
भूमि संरक्षण विभाग के द्वारा जिले में 13 चेक डैम का निर्माण किया गया। 110 सरकारी भवनों पर वर्षा जल का संचय का काम किया जा रहा है। नगर विकास नवादा के अधिकारी ने बताया कि यदि निजी भवनों पर वर्षा जल संचयन की प्रक्रिया अपनाते हैं तो उनको होल्डिंग टैक्स में 05 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। जैविक खेती और टपकन सिंचाई की विधि के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गयी।
गैर परम्परागत उर्जा का श्रोत-सौर उर्जा का भी जिले में लागातार विस्तार किया जा रहा है। अबतक 49 सरकारी भवनों में सौर उर्जा प्लेट लगायी गयी है। इससे सरकारी भवनों में 02 प्रतिशत की बिजली खपत में कमी आयी है।
इस बिहार संवाद यात्रा कार्यक्रम में श्री संतोष कुमार निदेशक डीआरडीए, श्री सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, श्रीमती अर्पणा झा सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा, श्री सौरभ कुमार, श्री दिपक कुमार बिहार संवाद यात्रा के सहयात्री, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला कृषि अभियंत्रण पदाधिकारी, प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा के साथ-साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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