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बिना जूता चप्पल के चलने से पूर्व मुखिया मिश्रा के पैर में पड़ गये छाले –  नवादा |

सीतारामपुर गांव में नही हुआ ओडेक्स मशीन से बोरिंग

रवीन्द्र नाथ भैया |

जिले के नारदीगंज प्रखंड हंडिया पंचायत की सीतारामपुर गांव में पेयजल संकट को दूर करने के लिए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के माध्य्म से ट्रंकलोरी से पानी भेजने का कार्य जारी है. ग्रामीणों के प्यास बुझाने के लिए तीन ट्रंकलोरी से पानी आ रहा है .
ऐसा पिछले 15 दिनों से हो रहा है. गांव में पानी की ट्रंकलोरी पहुँचते ही ग्रामीण पानी लेने के लिए दौड़ पड़ते है. भीड़ जुट जाती है,और लोग बाल्टी,तसला में पानी भर कर रख देते हैं, लेकिन भीषण गर्मी की वजह से ट्रंकलोरी में रखा हुआ पानी गर्म हो जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि यह अस्थायी निदान है.
इस संबंध में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया अरविन्द मिश्रा का कहना है कि पानी की समस्या का स्थायी निदान है, जब उस गांव में ओडेक्स मशीन से बोरिंग होगा,जिले में ओडेक्स मशीन नहीं है,विभाग से मांग किया जायेगा. इसके लिए गोविंदपुर विधायक मो0 कामरान जी व ग्रामीणों ने भी ओडेक्स मशीन से बोरिंग कर पानी की समस्या का समाधान करने की बात कही है. ऐसे फिलहाल 10 दिन के बाद उस गांव में दो तीन पहाड़ी चापाकल लगाने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा. उसके बाद ओडेक्स मशीन से भी बोरिंग कर समस्या का समाधान किया जायेगा।इधर,सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया अरविन्द मिश्रा का सीतारामपुर गांव में ओडेक्स मशीन से बोरिंग करा कर पानी की समस्या का निदान हो,इसके लिए संकल्प लिए 20 दिन बीत गया है,वावजूद अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सकारात्मक पहल नहीं किया जा रहा है. जबकि यह गांव पूर्ण रूपेण अनुसूचित जातियों का है,और पेयजल संकट भी है. समाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया श्री मिश्रा के प्रयास से पीएचईडी विभाग के माध्यम से तीन ट्रंकलोरी पानी प्रतिदिन सीतारामपुर गांव पहुंच रहा है। उनका संकल्प है कि जबतक उस गांव में ओडेक्स मशीन से बोरिंग नहीं होगा तबतक जूता चप्पल नहीं पहनूंगा। इस सम्बंध में उन्होंने विधायक मो0 कामरान जी से दूरभाष पर सम्पर्क कर ओडेक्स मशीन से बोरिंग कर पानी की समस्या समाधान करने की बात कही थी,तब उन्होंने समस्या समाधान का आश्वासन भी दिया,इसके अलावा डीएम ,पीएचईडी कार्यपालक अभियंता समेत अन्य जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को भी ध्यान आकृष्ट कराये हैं.
इसके लिए गांव में लगातार जागरूकता कार्यक्रम चला रहे है,बैगर जूता चप्पल के चलने से छाले पैर में पड़ गया है, वावजूद अपना आंदोलन जारी रखें हुए हैं।उन्होंने 24 अप्रैल 22 को अंतरराष्ट्रीय पंचायती राज दिवस व हिंदी साहित्य के महान विभूति कवि दिनकर जी की पुण्य तिथि पर संकल्प लिया है.

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