
रवीन्द्र नाथ भैया |
जिले के सदर प्रखंड ओरैना पंचायत की उप मुखिया समेत आठ वार्ड सदस्यों ने सोमवार को पंसचिव द्वारा मुखिया की मिलीभगत से वार्ड सदस्यों का फर्जी हस्ताक्षर कर योजना चयन का आरोप लगाया है. इससे संबंधित आवेदन समाहर्ता को दे मामले की जांच की मांग की है.
वार्ड एक की उगन्ता देवी, 03 की रामबालक दास, 05 की नीतीश कुमार, 08 की प्रियंका कुमारी, 10 की शोभा देवी,11 की अजय कुमार, 12 की उप मुखिया प्रिंस कुमार व 13 की आशा देवी का आरोप है कि योजना चयन करने के नाम पर कार्यकारिणी पुस्तिका में मुखिया की मिलीभगत से वार्ड सदस्यों की जानकारी के या सूचना के बगैर पंसचिव द्वारा फर्जी हस्ताक्षर कर योजना चयन केवल कागज पर कर लिया गया.रुपये नहीं देने या इंकार करने वाले का कागजात फाड़कर फेंकी जा रही है. ऐसा होने विकास के नाम पर राशि की लूट की संभावना प्रबल हो गयी है तो पंचायत राज नियमों की धज्जियां उड़ा दी गयी है.
वार्ड सदस्यों ने समाहर्ता को आवेदन दे मामले की जांच के साथ ही ऐसे लोगों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की मांग की है.
बता दें जिले में यह ऐसा इकलौता पंचायत नहीं है जहां पंचायत सचिव व मुखिया द्वारा वार्ड सदस्यों का फर्जी हस्ताक्षर कर योजना चयन का कार्य किया गया है. समाहर्ता के पास इस प्रकार की शिकायतें लगातार आ रही है.
इसके पूर्व इसी पंचायत के वार्ड सदस्यों ने मुखिया की मिलीभगत से आवास सहायक द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभुकों से राशि वसूली की शिकायत समाहर्ता से की जा चुकी है. आवेदन के एक पखवाड़ा बीतने को है लेकिन अबतक जांच आरंभ नहीं होने से भ्रष्टाचारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है.