
रवीन्द्र नाथ भैया |
सोमवार को नगर के प्रसाद बिगहा पीयूसीएल कार्यालय में मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल के कार्यकारिणी समिति की एक बैठक जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह की अध्यक्षता में हुई । बैठक में पीयूसीएल के जिलामंत्री दिनेश कुमार अकेला की नगर थाना पुलिस द्वारा गिरफ़्तारी पर विशद चर्चा हुई ।
वक्ताओं ने कहा कि दिनेश कुमार अकेला जनसंघर्षों के नायक रहे हैं और मानवधिकार पर किसी भी हमले का प्रतिकार करने में कोई देर नहीं की है । उनकी गिरफ्तारी एक साजिश के तहत फर्जी केश बनाकर किया गया है ।
यह बात सत्य है कि जिस मोहल्ले में वे रहते हैं वह महादलितों का मुहल्ला है और यहां पुलिस प्रसाशन की मिलीभगत से लंबे समय से शराब का धंधा किया जाता रहा है । दिनेश कुमार अकेला ने इसके लिए कई बार नवादा पुलिस के विरुद्ध आंदोलन चलाया । पिछले महीने मिर्जापुर मोहल्ले में हुई वारदात से दिनेश कुमार अकेला का कोई लेना देना नहीं है किन्तु माफिया गिरोह की मिलीभगत से नवादा पुलिस ने झूठा मुकदमा बनाकर प्राथमिकी दर्ज कर दिया और एक साजिश के तहत देर रात को उन्हें अपने घर से उठा लिया । लगभग एक महीना बाद भी अदालत में कई तरह के दाव-पेंच भिड़ा कर अकेला को बेल होने से रोका जा रहा है ।
उपस्थित सदस्यों ने एक प्रस्ताव पारित कर नवादा पुलिस के इस कुकृत्य की निंदा की और मांग की है कि दिनेश कुमार अकेला को शीघ्र अतिशीघ्र रिहा किया जाय ।
बैठक में डॉ सुनीति कुमार , उमेश प्रसाद , शशिभूषण शर्मा , शम्भु विश्वकर्मा , मुकुलेश कुमार , ओंकार निराला , प्रो नकुल लाल , विपिन सिंह आदि शामिल थे ।