ज़िला पदाधिकारी ने जनता दरवार मे भूमि विवाद, मारपीट, बिजली विभाग, अतिक्रमण, 17 फरियादियों की शिकायतों की सुनवाई की – अरवल |

अरवल। जनता दरबार में जिला पदाधिकारी , अरवल ज्योति कुमार की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में भूमि विवाद, मारपीट, बिजली विभाग, अतिक्रमण, 17 फरियादियों की शिकायतों की सुनवाई हुई गृह रक्षा वाहिनी आदि से संबंधित आवेदनों के त्वरित निष्पादन के लिए प्रभारी जिला पदाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये.
करपी थाना अंतर्गत करपी गांव आनंद बाग निवासी सकलदीप सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि हमारा बेटा अनिल कुमार सिंह व उसकी पत्नी हमेशा पति-पत्नी से मारपीट करते थे और घर से निकाल देते थे. हम प्लास्टिक के टेंट लगाकर घर के बाहर रहने को मजबूर हैं, अनिल कुमार सिंह और उनकी पत्नी के खिलाफ उचित कार्रवाई कर मुझे न्याय दिया जाए. इस पर प्रभारी जिला पदाधिकारी द्वारा अनुविभागीय पदाधिकारी अरवल को त्वरित निष्पादन के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये. कुर्थी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम प्रतापपुर निवासी रंजू कुमारी ने अपनी शिकायत में कहा है कि मैं विधवा हूं। सहायक के पद पर मेरा चयन हो गया था, लेकिन आज तक न तो प्रशिक्षण दिया और न ही वेतन दिया। कृपया मुझे चयन पत्र के अनुसार वेतन दें। इस पर प्रभारी जिला पदाधिकारी द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, आईसीडीएस अरवल को त्वरित क्रियान्वयन के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये.
किंजर थाना स्थित रुकनपुरा गांव की सावित्री देवी ने अपनी शिकायत में कहा है कि मेरी जमीन पर 49 डिसमिल निजी जमीन पर दिनेश यादव और संत लाल पासवान ने जबरन कब्जा कर लिया है. जमीन मांगने पर मारपीट कर भगा दिया। अगर जमीन पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं परिवार समेत आत्मदाह कर लूंगा, मेरे पास इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। इस पर प्रभारी जिला पदाधिकारी द्वारा थाना प्रभारी किंजर व एसडीपीओ अरवल को त्वरित निष्पादन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये. अरवल थाना स्थित ग्राम प्रसादी अंग्रेजी के परवेज साबरी ने अपनी शिकायत में कहा कि हर घर नल का जल योजना के तहत 25 हजार रुपये बिजली बिल बकाया था, जिसका भुगतान कर दिया गया है, जबकि बिजली विभाग द्वारा अभी तक बिजली आपूर्ति शुरू नहीं की गयी है. दिनांक। घोर अनियमितता की जा रही है। इस पर प्रभारी जिला पदाधिकारी द्वारा कार्यपालन यंत्री विद्युत विभाग अरवल को त्वरित क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गय