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डीएम ने किया स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा – नवादा |

रवीन्द्र नाथ भैया |

उदिता सिंह जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य शाखा द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षात्मक बैठक की गई। जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम सभी एमओआईसी से परिचय प्राप्त करते हुए उनके द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के संबंध में विस्तृत ढ़ंग से फिडबैक प्राप्त किया। उन्होंने एमओआईसी से पूछा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कौन-कौन सी रजिस्टर संधारित होता है। इसके संबंध में एकमात्र एमओआईसी वारिसलीगंज डॉ अर्चना ने बताया कि चार तरह के रजिस्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में संधारित होता है। जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को निर्देश दिया कि एक्सपेंडिचर रजिस्टर, स्टाॅक पंजी, टेस्ट रजिस्ट आदि संधारित होना चाहिए। सभी रजिस्टर पदाधिकारियों के माध्यम से सत्यापित होना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध कराये गए सभी संयंत्रों से काम लेना सुनिश्चित करें। यदि कोई संयत्र उपयोगी नहीं हो तो उसे सदर हाॅस्पीटल में भेज दें। उन्होंने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पूर्ण रूप से सफाई करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए सफाई पर विशेष ध्यान दें। सफाई कार्य में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा। सतरंगी चादर का दिन के अनुसार उपयोग में लाना सुनिश्चित करें।
रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन डाॅक्टरों को प्रतिनियुक्त करें और मोबाईल नम्बर के साथ सूचना पट्ट पर अंकित करायें। एपीएचसी का निर्माण 32 स्थलों पर कराया जाना है जिसमें से 17 जगहों पर जमीन उपलब्ध हो गया है। शेष 11 जगहों के लिए 24 घंटे में संबंधित अंचलाधिकारी से सम्पर्क कर जमीन चिन्हित कराना सुनिश्ति करें।
जिलाधिकारी ने ए एन सी रजिस्ट्रेशन के बारे में सभी एमओआई से फिडबैक प्राप्त किया। इसमें सबसे कम प्रगति गोविन्दपुर 73 प्रतिशत और सर्वाधिक 99 प्रतिशत रजौली का पाया गया। उल्लेखनीय है कि एएनसी के माध्यम से चार बार गर्भवती महिलाओं का चेकअप कराया जाता है। उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देश दिये कि शत प्रतिशत 04 एएनसी का चेकअप कराना सुनिश्चित करें। गर्भवती महिलाओं के लिए आइरन और कैल्शियम गोली की समीक्षा की गयी जिसमें सबसे कम रोह प्रखंड का 81 प्रतिशत पाया गया जबकि सर्वाधिक रजौली का 118 प्रतिशत है। बच्चों के सेक्स रेशियो के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गयी जिसमें पाया गया कि सबसे कम पकरीबरावां 767, रोह 872 और नवादा 858 है। जबकि जिला स्तर पर सेक्स रेशियो 919 है। पकरीबरावां के एमओआईसी को पूछा गया कि सेक्स रेशियो सबसे कम क्यों है, लेकिन कोई संतोषजनक जबाव नहीं दे सके। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को सख्त निर्देश दिया कि विशेष टीम गठित कर जिन प्रखंडों में सेक्स रेशियो कम है वहां औचक निरीक्षण कराकर प्रतिवेदन देें। सेक्स रेशियो सबसे अधिक मेसकौर 1138, काशीचक 1066, वारिसलीगंज 1012 है और जबकि कौआकोल 1 हजार 06 है।
गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव सबसे कम अकबरपुर प्रखंड में पाया गया जो 19 प्रतिशत है। इसके अलावे मेसकौर में 21 प्रतिशत, गोविन्दपुर में 24 प्रतिशत, नरहट में 26 प्रतिशत, हिसुआ में 36 प्रतिशत है। एमओाआईसी डाॅ0 स्वीटी कुमारी को संस्थागत प्रसव शत प्रतिशत कराने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश जिला पदाधिकारी के द्वारा दिया गया। सेक्स रेशियो में अपेक्षित सुधार लाने के लिए सरकार के द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना तेजी से कार्यान्वित की जा रही है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि बहाना नहीं बनायिए और बेहतर ढ़ंग से रोगियों का ईलाज कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने एक माह के अन्दर जिसमें शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि बैठक में आने के पूर्व सभी कार्यक्रमों की जानकारी स्वयं रखें दूसरे से सहायता प्राप्त नहीं करें। कोई भी अधिकारी छुट्टी स्वीकृत होने के बाद ही मुख्यालय छोड़ेंगे। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि बेहतर ढ़ंग से स्वास्थ्य विभाग की टीम का नियंत्रण और समन्वय करना सुनिश्चित करें। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 24 घंटे रोगियों के ईलाज की सुविधा उपलब्ध करायें।
जिलाधिकारी सिंह ने सभी डाॅक्टरों को स्पष्ट निर्देश दिया कि जनहित सेवा के दायित्व का निर्वहन करें। ईलाज में कोताही या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सभी डाॅक्टर अपने कार्यकलापों में अपेक्षित सुधार लायें ओर बेहतर ढ़ंग से रोगियों का ईलाज कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने एमओआईसी के दायित्व के संबंध में विस्तार से समझाया। बैठक में बीसीजी टीकाकरण, नवजात का वजन, पेंटाभेलेन, जेई आदि के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गयी एवं शत प्रतिशत सफलता प्राप्त करने के लिए सभी कार्यक्रमों में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि सभी बच्चों को सभी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए शत प्रतिशत टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें किसी भी क्षेत्र में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
स्वास्थ्य विभाग की बैठक में श्रीमती डाॅ0 निर्मला कुमारी सिविल सर्जन नवादा, डाॅ0 अशोक कुमार उपाधीक्षक सदर अस्पताल, श्री सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, डीपीएम अमित कुमार, सभी एमओआईसी, बीएचएम आदि उपस्थित थे।

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