
रवीन्द्र नाथ भैया |
नगर की नर्सिंग होम संचालिका रिंकू ज्योति की हत्या की गुत्थी सुलझा पाने में पुलिस अब तक विफल साबित हुई है। घटना के तीन माह व्यतीत हो चुके हैं, परंतु अकबरपुर पुलिस के हाथ इस मामले में खाली हैं।
पुलिस हत्यारों तक पहुंचने के लिए सुराग की अब तक तलाश नहीं कर सकी है। यही कारण है कि हत्यारे आज भी खुली हवा में सांस ले रहे हैं। पुलिस के मुताबिक हत्यारों तक पहुंचने के लिए सभी प्रकार की तकनीक की मदद ली जा रही है। फिलहाल अनुसंधान जारी बताया जा रहा है।
मामला नगर की नर्सिंग होम संचालिका रिंकू ज्योति उर्फ कुमारी ज्योति सिन्हा की हत्या से जुड़ा है। 38 वर्षीया रिंकू ज्योति की 17 फरवरी 2022 को पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। रिंकू ज्योति अकबरपुर थाना क्षेत्र के फरहा गांव के रविरंजन प्रसाद की पत्नी थीं। वह नगर के पुरानी जेल रोड में अपने पति के साथ मिलकर बिहार हेल्थ केयर नामक नर्सिंग होम चलाती थीं।
बाइक सवार बदमाशों ने मारी थी गोली:-
बाइक सवार दो बदमाशों ने पति-पत्नी दोनों को गोली मार दी थी। घटना एनएच 31 पर फरहा गांव के समीप 07 फरवरी की शाम 06:45 बजे घटी थी। घटना के वक्त रविरंजन प्रसाद अपनी पत्नी रिंकू ज्योति के साथ बाइक से नवादा से घर लौट रहे थे। इसी दौरान नवादा की ओर से पीछा करते बाइक पर आये बदमाशों ने उनकी बाइक को ओवरटेक कर पहले रिंकू ज्योति को और बाद में रविरंजन को गोली मार दी। गोली लगने से बुरी तरह से जख्मी दंपती को प्राथमिक इलाज के बाद पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था। दोनों को पटना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविरंजन का जख्म अधिक गहरा नहीं था,इसलिए वह जल्द स्वस्थ्य हो गये ,परंतु रिंकू को पेट के ऊपरी हिस्से में गोली लगी थी। चिकित्सकों द्वारा गोली बाहर निकाल दी गयी थी। परंतु जख्म अभी भी गहरा था। 16 फरवरी को उनकी तबियत अधिक बिगड़ गयी और 17 फरवरी को उनकी मौत हो गयी।
पेशेवर थे रिंकू ज्योति के हत्यारे :- रिंकू व उनके पति पर जिस तरह एनएच 31 पर लोगों की मौजूदगी में गोली चलायी गयी,उससे इस बात की संभावना बन रही है कि हत्यारे पेशेवर थे। दोनों को बारी बारी से गोली मारी गयी। बदमाशों का निशाना अचूक था। दोनों ही गोली निशाने पर लगी। यह भी बताया जाता है कि गोली मारने के बाद बदमाश नवादा की ओर भाग निकले।
जानकारी के मुताबिक शाम में रोज की तरह दोनों नर्सिंग होम बंद कर घर के निकले थे। रास्ते में सब्जी मार्केट से दोनों ने चिकेन खरीदा। वहां से निकलने के बाद घर से कुछ ही दूरी पर घटना को अंजाम दिया गया।
भूमि या फिर नर्सिंग होम विवाद हत्या का कारण:-
रिंकू ज्योति की हत्या का मामला दो बिन्दुओं के बीच घूम रहा है। रिंकू की हत्या जमीनी विवाद में की गयी या फिर नर्सिंग होम विवाद में उनकी हत्या कर दी गयी। बताया जाता है कि रविरंजन ने पिंटू और पप्पू नामक नवादा के जमीन ब्रोकर से 13 धुर जमीन खरीदा था। परंतु उसकी रजिस्ट्री अब तक नहीं की गयी थी। इसे लेकर दोनों से रविरंजन व रिंकू का विवाद चल रहा था। इसे लेकर दोनों को वकालतन नोटिस भी भेजी गयी थी। रविरंजन के मुताबिक रिंकू को नर्सिंग होम खोलने के बाद धमकी दी गयी थी। परंतु किसने धमकी दी, यह बात रिंकू ने अपने पति को भी नहीं बताया था।
पिंटू व पप्पू पर दर्ज है मामला:- रविरंजन प्रसाद के बयान पर 08 फरवरी को अकबरपुर थाना कांड संख्या 58/22 दर्ज है। प्राथमिकी में दो लोगों पर हत्या की आशंका जतायी गयी है। इनमें दोनों जमीन ब्रोकर गोविन्दपुर थाना क्षेत्र के सरकंडा गांव के उमेश प्रसाद का बेटा पिंटू उर्फ मुकेश और नवादा सद्भावना चौक साईंनाथ हास्पिटल के समीप का रहने वाला प्रदीप उर्फ पप्पू कहार शामिल हैं। बाद धमकी दी गयी थी। परंतु किसने धमकी दी, यह बात रिंकू ने अपने पति को भी नहीं बताया था।
पिंटू व पप्पू पर दर्ज है मामला:- रविरंजन प्रसाद के बयान पर 08 फरवरी को अकबरपुर थाना कांड संख्या 58/22 दर्ज है। प्राथमिकी में दो लोगों पर हत्या की आशंका जतायी गयी है। इनमें दोनों जमीन ब्रोकर गोविन्दपुर थाना क्षेत्र के सरकंडा गांव के उमेश प्रसाद का बेटा पिंटू उर्फ मुकेश और नवादा सद्भावना चौक साईंनाथ हास्पिटल के समीप का रहने वाला प्रदीप उर्फ पप्पू कहार शामिल हैं।