डीएम के आदेश के बावजूद नहीं दर्ज हो रही प्राथमिकी – नवादा |

रवीन्द्र नाथ भैया |
जिले के पंचायतों में भ्रष्टाचार चरम है. जाहिर है ऐसा अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है, तभी तो डीएम के आदेश के बावजूद प्राथमिकी दर्ज कराने से अधिकारी कतरा रहे हैं.
ताजा मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड क्षेत्र के नजरडीह पंचायत का है. पंचायत की वार्ड संख्या 07 के तत्कालीन वार्ड सदस्य, सचिव, तत्कालीन मुखिया व पं सचिव के विरुद्ध 24 दिनों पूर्व डीएम ने बीडीओ को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दे रखा है बावजूद मामले को दबाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है.
क्या है मामला:-
प्रणव कुमार चर्चिल की शिकायत पर नजरडीह पंचायत की वार्ड नम्बर 07 में नल का जल व पक्की करण योजना की जांच टीम गठित कर जांच करायी गयी थी. जांच में पाया गया था कि मात्र दो योजना का कार्य करा शेष योजना की राशि की निकासी कर बंदरबांट कीया जा चुका है. राशि वेंडर के खाते में न डालकर निजी खाते में डाल निकासी की गयी है. ऐसे में कार्य के प्रति घोर लापरवाही बरतना वित्तीय अनियमितता बरती गयी है.
डीएम ने अपने पत्रांक 2823 पंचायत दिनांक 13 अक्टूबर के द्वारा रोह बीडीओ को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है, बावजूद अबतक प्राथमिकी दर्ज नहीं होने से तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है.