BiharLife StyleState

उन्नत बकरी पालन पर पशु सखियों का पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण संपन्न – पश्चिम चंपारण |

प्रशिक्षण की समाप्ति पर सभी पशु सखियों को दिया गया प्रमाण- पत्र

सतेन्द्र पाठक |

बेतिया। फकीराना सिस्टर सोसायटी, बेतिया मे गौनाहा, मैनाटांड और रामनगर की 30 पशु सखियों का पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण आज समाप्त हो गया। प्रशिक्षण हेतु साधनसेवी के रूप में आगा खान फाउंडेशन से डॉ. राजेश कुमार, जीविका के कंसलटेंट डाॅ. डीपी भगत एवं पशुधन प्रबंधक डाॅ. अभिषेक कुमार सिंह शामिल हुए। स्वस्थ्य बकरी और बीमार बकरी की पहचान कैसे की जाए, बकरियों में मुख्यतः कौन- कौन सी बीमारी होती है और उसकी रोकथाम और उपचार की विस्तृत जानकारी, डाक्टर राजेश कुमार ने पशु सखियों को दी। क्षेत्र भ्रमण के दौरान बकरियों का बंध्याकरण, टीकाकरण, तापमान की जाँच, पल्स रेट और दांत से बकरियों की उम्र का सही अनुमान लगाना जैसी प्रायोगिक जानकारी डॉ. अभिषेक कुमार ने प्रशिक्षु पशु सखियों को दी। साथ ही साथ उन्होंने पशु सखियों को बताया कि मोबाइल एप्प के माध्यम से पशु स्वास्थ्य के लिए किए गए कार्यों की जानकारी अपडेट करें, जिससे बकरियों के स्वास्थ्य संबंधी कार्य योजना बनाने में मदद मिल सके। गौनाहा प्रखंड की सुनीता देवी ने प्रशिक्षण सत्र की समाप्ति पर बताया की मौसम का असर बकरी की सेहत पर तुरंत होता है, इसलिए बकरी को गर्मी के मौसम में हवादार जगह पर रखना चाहिए और पेड़ के नीचे छायादार जगह बकरियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

बताते चलें कि जीविका परियोजना द्वारा अब तक नौ प्रखंडों के कुल 179 पशु सखियों को प्रशिक्षित कर उनसे सेवा ली रही है। इससे न केवल बकरी पालन को बढ़ावा मिला है अपितु इन्हें एक स्थाई रोजगार भी मिला है। आज एक पशु सखी प्रत्येक दिन औसतन 300 से 500 रुपया की कमाई कर अपनी आजीविका चला कर अपने परिवार का भरण -पोषण कर रही है। जिससे प्रशिक्षण के उपरांत पशु सखियों को प्रशिक्षण से संबंधित प्रमाण -पत्र भी दिया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button