
रवीन्द्र नाथ भैया |
जिले में पड़ रही भीषण गर्मी व लू से लोगों की मौतें होने लगी हैं। पिछले तीन दिनों में चार लोगों की मौतें हुईं, जिसमें दो बच्चे शामिल हैं।
सदर अस्पताल पहुंचते ही मृत घोषित कर दिए जाने के कारण वैसे लोगों की इंट्री नहीं हो सकी है। शवों का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया । रजिस्टर में इंट्री नहीं होने और पोस्टमार्टम नहीं होने की वजह से मौतों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को हिसुआ की खुशबू कुमारी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। चिकित्सक जबतक कुछ समझ पाते, तबतक बच्ची ने दम तोड़ दिया। इसके पहले मासूम नामक बच्चे और विशाल नामक युवक की मौत हुई। लेकिन अस्पताल पहुंचते ही मृत घोषित कर दिए जाने के कारण इन दोनों की इंट्री नहीं हो पाई। ऐसा ही एक मामला आया। फिलहाल हीट स्ट्रोक के दो मरीज सदर अस्पताल में इलाजरत हैं।
अकबरपुर चंदौली के सोनू कुमार और वारिसलीगंज के देवेंद्र साहू का इलाज किया जा रहा है। इनके अलावा न्यू एरिया गढ़पर के अंश कुमार को उल्टी और बुखार की शिकायत पर इलाज किया गया। वहीं उल्टी व शौच की शिकायत पर भदौनी की अनुष्का कुमारी का इलाज किया गया। स्वजनों ने बताया कि लू लगने के चलते बच्चे बीमार हुए हैं।
गौरतलब है कि तीन वर्ष पूर्व भी जिले में लू की चपेट में आकर मौत की घटनाएं हुई थीं। उस वक्त स्थिति यह थी कि हर समय मरीजों के पहुंचने का सिलसिला जारी था। गर्मी के प्रकोप से लोग बीमार पड़ने लगे हैं। जिसके चलते सरकारी अस्पतालों व निजी क्लीनिकों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हो गई है। सदर अस्पताल में ओपीडी में सामान्यतः 250-300 लोग अपना इलाज कराते हैं।
बढ़ गई है मरीजों की संख्या:-
फिलहाल यह संख्या बढ़ गई है। प्रतिदिन चार सौ से अधिक मरीज सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों के मुताबिक, मरीजों में सबसे ज्यादा वैसे लोगों की संख्या है जो उल्टी, लूज मोशन व बुखार की शिकायत लेकर आ रहे हैं।
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा. अजय कुमार ने बताया कि लू से अभी मौत की सूचना नहीं है।