शासन-प्रशासन बदला, पर नहीं बदली राष्ट्रीय पर्यटन स्थल गोनावां की तस्वीर – नवादा |

रवीन्द्र नाथ भैया |
जरा हाल देखिए, राष्ट्रीय महत्व के पर्यटन स्थल सदर प्रखंड गोनावां के टोला जैन मंदिर का। अभी तक यह पूरा रास्ता कच्चा है, जो बारिश होने के बाद कीचड़ व गंदगी से भर जाती है। करीब 500 मीटर लंबा यह रास्ता वर्षो से बदहाल है। दिगंबर जैन मंदिर से गोनावां जल मंदिर जाने के इस रास्ते में आम लोगों के साथ ही जैन तीर्थयात्रियों को ऐसी स्थिति में परेशानी होती है। रास्ते की जमीन और नालियों पर अतिक्रमण से स्थिति और खराब हो गई है। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मामले में सुध नहीं ले रहे।
जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर के प्रथम शिष्य गौतम गणधर स्वामी की कैवल्य ज्ञान स्थली जैन जल मंदिर और निर्वाण स्थली श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र जिला मुख्यालय गोणावां में स्थित है। प्रत्येक वर्ष देश-विदेश से हजारों पर्यटक इन तीर्थस्थलों का दर्शन-वंदन करने आते है.
पूर्व पीएम चंद्रशेखर के समय में गोनावां क्षेत्र के विकास के लिए स्वीकृत हुए थे दो करोड़ रुपये:- जब चंद्रशेखर प्रधानमंत्री थे, तब केन्द्र सरकार ने गोनावां क्षेत्र के विकास के लिए दो करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी।
तब नेहरू युवा क्लब से सम्बद्ध डा. कृष्णनंदन शास्त्री मेमोरियल युवा क्लब ने अपनी महती भूमिका निभाई थी। विडम्बना रही कि तत्कालीन जिलाधिकारी रामवृक्ष महतो ने जल मन्दिर के तालाब की सफाई के नाम पर महज बीस लाख रुपये की राशि खर्च करने की स्वीकृति प्रदान की। शेष राशि दूसरे मद के लिए आवंटित हुआ। नतीजतन जैन मंदिर के आसपास विकास का कार्य ठप पड़ गया। आज तक इस पर समुचित ध्यान नहीं जा सका।
कहते हैं लोग:-
गोनावां निवासी अनुसूचित जाति विकास मोर्चा के संस्थापक राजबल्लभ पासवान कहते हैं कि अब यह क्षेत्र नगर परिषद में आ गया है। इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वो सख्त कार्रवाई कर सम्पर्क पथ और नालियों को अतिक्रमणमुक्त कराए। पथ को दुरुस्त कराए।
एम विजन के प्रबंधक कुमार हर्ष ने कहा कि जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है। गोनावां क्षेत्र पूजनीय है। लेकिन जैन मंदिर टोला पर किसी का ध्यान नहीं है।
श्री गोणावां जी दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र के प्रबंधक विमल जैन ने कहा कि सालों भर देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से जैन तीर्थयात्रियों का यहां आना-जाना लगा रहता है। लेकिन दो जैन मंदिरों के बीच संपर्क पथ खस्ताहाल है। इससे तीर्थयात्रियों को परेशानी होती है।
गोनावां ग्राम पंचायत की उप मुखिया रीता देवी के पति और सदर प्रखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश कुमार कहते हैं कि इलाके का समुचित विकास होना बहुत जरूरी है।
दिगम्बर जैन मंदिर के दक्षिण से जैन जल मंदिर तक पीसीसी ढलाई और ढक्कन सहित नाली के निर्माण का प्रस्ताव था। अफसोस वह अब तक पूरा नहीं हो सका।
बारिश के दिनों में बजबजाती नालियों व जलजमाव से काफी परेशानी होती है। तीर्थयात्रियों के साथ ही आम लोगों, खासकर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गो को आवागमन में परेशानी होती है।
कहते हैं अधिकारी:-सदर प्रखंड के बीडीओ अंजनी कुमार ने कहा कि गोनावां का क्षेत्र अब पंचायत में नहीं है।लिहाजा, इलाके की सड़क को दुरुस्त कराने के लिए विभागीय स्तर पर काम कराया जाएगा।