21 चौराहों पर लगाएंगे लाउडस्पीकर बजाएंगे हनुमान चालीसा व करेंगे धार्मिक कार्यक्रम- अलीगढ़ |
लॉयन ऑर्डर बिगड़ता है तो जिम्मेदार स्वयं प्रशासन-ABVP

अजय कुमार |
अलीगढ़ जिले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा जिला प्रशासन को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि जब दूसरे समुदाय के लोगों के द्वारा तो मस्जिदों के अंदर अजान बजाकर ध्वनि प्रदूषण किया जा सकता है। लेकिन उनके द्वारा तो फिर भी पहले प्रशासन से 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा ओर धार्मिक कार्यक्रम की अनुमति मांगी गई है। अगर ऐसे में जिला प्रशासन ने उन्हें लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति नहीं दी जाती हैं। तो फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोग भी मस्जिदों में बजने वाले लाउड स्पीकर की तरह खुद भी उल्लंघन करते हुए शहर के चौराहों को चिन्हित कर उन चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम चलाएंगे। ऐसे में अगर शहर की फिजा खराब होती है या फिर लाइन आर्डर बिगड़ता है तो एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि इसका जिम्मेदार स्वयं जिला प्रशासन होगा। जिसके लिए एबीवीपी के द्वारा जिला प्रशासन को 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाने की लिस्ट सौंपी गई है,ओर हनुमान चालीसा व धार्मिक कार्यक्रम बजाने की अनुमति भी मांगी गई है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा शहर के 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर इन लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम चलाए जाने की मांग को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पर एक ज्ञापन देने के लिए पहुंचे थे। जिलाधकारी कार्यालय पर शहर के 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम बजाने की अनुमति के लिए एक ज्ञापन उनके द्वारा एडीएम प्रशासन को सौंपा गया। एडीएम प्रशासन को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि उनके द्वारा शहर के 21 चौराहों को लाउडस्पीकर लगवाने के लिए चिन्हित किया गया है। उनके द्वारा चिन्हित किए गए शहर के 21 चौराहों पर उनके द्वारा हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम चलाए जाएंगे। जिसके लिए उनको जिला प्रशासन की तरफ से अनुमति दी जाए।
इस पूरे मामले पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश मंत्री बलदेव चौधरी उर्फ चीटू ने कहा कि उनके द्वारा जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा गया है। जिला प्रशासन को सौंपा गए ज्ञापन में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के द्वारा जिला प्रशासन से मांग की गई है कि उनके द्वारा जिले में 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगवाया जाएगा। उनके द्वारा जिले के 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाने के बाद इन लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। ऐसे में हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम चलाए जाने वाले ऐसे 21 चौराहों को चिन्हित करते हुए उनके द्वारा एडीएम प्रशासन का इन सभी चौराहों की लिस्ट भी सौंपी गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इनके द्वारा ज्ञापन सौपे जाने से पहले ही शहर में घोषणा की जा चुकी है कि उनके द्वारा शहर के 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगवाने के लिए उन लाउडस्पीकर को खरीदने के लिए उनके द्वारा जनता बीच घर घर जाकर चंदा इकट्ठा करते हुए लोगों का सहयोग लिया जाएगा। जनता के माध्यम से लाउडस्पीकर लगवाने के लिए चंदा इकट्ठा करने की मुहिम भी एबीवीपी के लोगों द्वारा मंगलवार से कर दी गई है।
इसके साथ ही जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाने के बाद लाउडस्पीकर लगवाने की मांग किए जाने के बाद बलदेव चौधरी ने जिला प्रशासन को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा है कि उनके द्वारा 21 चौराहों की सौंपी गई लिस्ट पर अगर प्रशासन अनुमति देता है तो ठीक हैं।अगर अनुमति नहीं देते हैं तो उसके अगले कदम के लिए भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयार हैं। इसके साथ ही कहां थे ऐसे में अगर प्रशासन अनुमति नहीं देता है तो उनके द्वारा शहर के उन जगहों को चिन्हित किया जाएगा जिन जगहों पर लाउडस्पीकर लगाकर शहर के अंदर ध्वनि प्रदूषण किया जा रहा है। फिर जिला प्रशासन से सवाल किया जाएगा कि ऐसे में जब इन लाउडस्पीकर को बजाने से शहर में ध्वनि प्रदूषण हो रहा है। जब उनकों अनुमति मिल सकती हैं। तो फिर उनको चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति क्यों नहीं मिल सकती हैं। कहा अगर प्रशासन अनुमति नहीं देता है तो वह शहर के चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाने के लिए बाध्य होंगे। कहा ऐसे में जिला प्रशासन को ये भी देखना होगा शहर के कितनी जगह और चौराहों पर सुबह दोपहर और शाम को लाउडस्पीकर बजते हैं,ओर ध्वनि प्रदूषण का उल्लंघन किया जा रहा। ऐसे में अगर प्रशासन इन उल्लंघन करने वालों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है तो उनके द्वारा भी हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम लाउडस्पीकर बजवा कर उल्लंघन किया जाएगा।
कहा जब ध्वनि प्रदूषण पर हाईकोर्ट का भी सख्त आदेश है कि ध्वनि प्रदूषण नहीं होगा। तो ऐसे में प्रशासन मौन क्यों बैठा हुआ है और आखिर प्रशासन चाह क्या रहा है। इससे प्रशासन की मंशा साफ है कि मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिदों में लाउडस्पीकर बजाकर ध्वनि प्रदूषण करें और हिंदू समुदाय के लोग लाउडस्पीकर बजाकर ध्वनि प्रदूषण ना करें। एबीवीपी के पूर्व प्रदेश मंत्री बलदेव चौधरी उर्फ चिंटू ने कहा कि मस्जिदों के अंदर सुबह अजान बजने के दौरान मस्जिद में बजने वाली अजान के होने वाले शोर से छात्रों की पढ़ाई बेकार होती है। ऐसे बहुत से छात्रों के द्वारा कई बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों से संपर्क साधते हुए शिकायत की गई है कि मस्जिदों में सुबह के वक्त होने वाली अजान की तेज आवाज निकलने से उनकी पढ़ाई में व्यवधान पैदा होता है। जिस अजान की आवाज से बहुत से छात्र परेशान रहते हैं।
जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश मंत्री बलदेव चौधरी से पूछा गया कि उनके द्वारा बिना अनुमति के अगर शहर के चौराहों पर जिला प्रशासन के अनदेखी करते हुए उल्लंघन कर चौराहों पर लाउडस्पीकर जबरन लगाकर हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम चलाए गए और इसके बाद अगर लॉयन ऑर्डर बिगड़ता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? इस सवाल के जवाब पर बलदेव चौधरी ने कहा कि इसके लिए स्वयं प्रशासन जिम्मेदार होगा क्योंकि प्रशासन दूसरे समुदाय के उन लोगों को भी तो देखे जो मस्जिद के अंदर अजान बजाकर ध्वनि प्रदूषण कर रहे हैं। आखिर हम लोगों पर ही क्यों? अगर उनके द्वारा चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर कोई लॉयन ऑर्डर बिगड़ता है तो उसका जिम्मेदार स्वयं प्रशासन होगा?
एडीएम प्रशासन ने जानकारी देते हुए कहा कि शहर के युवाओं के द्वारा उन्हें एक ज्ञापन दिया गया है। दिए गए ज्ञापन में उनके द्वारा कहा गया है कि शहर के 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर के उनके द्वारा हनुमान चालीसा ओर धार्मिक कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इस संबंध में उनके द्वारा दिए गए ज्ञापन को लेकर उच्च अधिकारियों से इस संबंध में बातचीत की जाएगी। तो वही इस संबंध में शासन को भी अवगत कराया जाएगा। जबकि इस मामले पर नियमानुसार समाधान उनके द्वारा कराया जाएगा। उनके द्वारा 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाने की लिस्ट प्रशासन को सौंपी गई है। जिसमें उन्होंने मांग की है कि उनके द्वारा शहर के किस चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाए जाएंगे और 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाने के बाद इन सभी चौराहों पर हनुमान चालीसा और धार्मिक कार्यक्रम चलाए जाएंगे। जिसकी परमिशन देने के लिए उनके द्वारा जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों से वार्तालाप की जाएगी। एडीएम प्रशासन से सवाल किया गया कि युवाओं का कहना कि उनके द्वारा यह बात प्रशासन के संज्ञान में लाना थी। परमिशन नहीं लेना चाहते। उसके बावजूद भी उल्लंघन करते हुए लाउडस्पीकर लगा रहे हैं। इस पर एडीएम प्रशासन ने जवाब देते हुए कहा कि प्रशासन तो फिर भी अपने स्तर से इस मामले को देखेगा। कि क्या करना है क्या नहीं करना है। इस बारे में इन लोगों को बता दिया जाएगा।