
रवीन्द्र नाथ भैया |
नप में लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी शहर की 60 प्रतिशत स्ट्रीट लाइट और हाईमास्ट लाइट खराब पड़ा है. नगर परिषद हर वर्ष स्ट्रीट लाइट के मेंटेनेंस पर लाखों रुपये खर्च करता है बावजूद शहर में करीब 60 फीसदी स्ट्रीट लाइटें बंद रहती है.
इन दिनों शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर लगे हाइमास्ट लाइट व इलाके के अधिकतर खंभों में लगे स्ट्रीट लाइट शोभा की वस्तु बनी हुई हैं. ज्यादातर लाइट या तो बंद पड़ी हैं या फिर उससे कम रोशनी निकल रही है.कहीं स्विच खराब हैं, तो कहीं कनेक्शन का तार टूटा और लटका हुआ है. शहर को जोड़ने वाली दो मुख्य पुल ,सड़कों व गली-मोहल्लों में लगी स्ट्रीट लाइट बंद होने पर अंधेरे के कारण आए दिन लोग गड्ढे में गिरकर चोटिल हो रहे हैं. लोगों की लगातार मांग के बाद भी नप प्रशासन सुध नहीं ले रहा है .