नवादा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने लिया भाग – नवादा |

रवीन्द्र नाथ भैया |
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिले में योगाभ्यास की धूम रही जिले के सैंकड़ों संस्थानों, विद्यालयों, प्रखंडों, अन्य स्थलों पर बड़े पैमाने पर योग शिविर आयोजित कर जिलेवासियों को योगा से जोड़ने का सफल प्रयास किया । ऐतिहासिक हरिश्चन्द्र स्टेडियम में, ऐतिहासिक दिन 21 जून 2022 को 75वें आजादी के अमृत महोत्सव पर पतंजली योग दिवस पर योग महोत्सव का आयोजन किया गया।
आयोजन में श्री मनोरंजन योग साधक, श्री आनन्द किशोर डीएम स्टोनो, श्री रंजीत कुमार आदि का उल्लेखनीय सहयोग रहा। हरिश्चन्द्र स्टेडियम सुबह 05ः00 बजे से ही योग दिवस मनाने के लिए काफी संख्या में महिला और पुरूष उपस्थित हुए। इस ऐतिहासिक दिवस के अवसर पर श्री उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी सदर, श्री सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ नवादा, श्री अश्विन कुमार बीडीओ नवादा, श्री शिवशंकर अंचल अधिकारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस जन-जन प्रिय कार्यक्रम में काफी संख्या में महिलाएं और पुरूष योग गुरू के इशारे पर योगाभ्यास किया।
योग गुरू मनोरंजन ने कहा कि नियमित रूप से योगा करने से हमारा शरीर निरोग रहता है और हमारी कार्यक्षमता भी बढ़ जाती है। उन्होंने कपाल भारती, अनुलोम विलोम, बज्रासन, त्रिकोणासन, प्राणायाम आदि के संबंध में योग करते और कराते हुए महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया।
कार्यक्रम में गोविन्दपुर कस्तूरवा गाॅधी आवासीय विद्यालय के बालिकाओं के द्वारा योगाभ्यास कराया गया और एक से एक कर्त्तव्य दिखाया गया जिसे लोगों ने तालियां बजाकर उत्साह बढ़ाया। इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी सदर, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी नवादा, अंचल अधिकारी नवादा ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले गोविन्दपुर कस्तूरवा गाॅधी आवासीय विद्यालय के बालिकाओं के बच्चियों को अंग वस्त्र, मेडल आदि देकर सम्मानित किये। इस अवसर पर श्री अलखदेव यादव, सेवा निवृत शिक्षक का उल्लेखनीय योगदान रहा।
अष्टम् अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस के अवसर पर राज्य आयुक्त समिति बिहार के निर्देश के आलोक में जिला आयुष पदाधिकारी नवादा के ऊद्वारा योगाभ्यास कराया गया।
कार्यक्रम में श्री सच्चिदानन्द ने विभिन्न प्रकार के योगाभ्यास कराये और उपस्थित अधिकारियों और विद्यार्थियों को योगा से नियमित रूप से जोड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि नियमित रूप से योगाभ्यास किया जाय तो सैंकड़ों बीमारियों से मुक्ति मिलेगी और हमारे शारीरिक मानसिक विकास संतुलित रूप से होगा।
यह योगा मन, बुद्धि, क्रम को जगाने और मजबूत करने का सबसे प्रमुख साधन है।
हमारे देश में सैंकड़ों वर्षाें से ऋषि मुनियों के द्वारा योगा किया जाता रहा है। नियमित रूप से योगा करने से मनुष्य को लाभ ही लाभ होता है। उन्होंने सभी जिलेवासी को इससे जुड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो लगातार योगा करेंगे उन्हें डाॅक्टर और दवाई से मुक्ति मिलेगी। अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर डाॅ0 मो0मो0 सुहैब उद्दीन जिला देशी चिकित्सा पदाधिकारी, श्री सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, डाॅ0 राजेन्द्र तांती देशी चिकित्सा पदाधिकारी, श्री विजय कुमार एमडी फ्रन्ट लाईन स्कूल, श्री उदय शंकर प्रसाद के साथ-साथ विद्यालय के काफी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक एवं कर्मी उपस्थित थे।
अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस के शुभ अवसर पर डाॅ0 गौरव मंगला पुलिस अधीक्षक, श्री उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, प्रिंसिपल संत जोसेफ, दूरदर्षन के क्षेत्रीय प्रबंधक बालंद इकबाल, श्री श्याम सुन्दर के रिर्पोटर के द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया ।
संत जोसेफ विद्यालय में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय गया के द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बच्चो और विद्यालय को योग शिक्षक संतोष कुमार के द्वारा योगा कराया गया। क्षेत्रीय कार्यालय के द्वारा बच्चो के बीच चित्रांकन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। सेमिनार में आए अतिथियों का स्वागत शॉल और पौधा देकर बालंद इकबाल ने किया।
इकबाल जी ने अपने संबोधन में 8वीं अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस पर बच्चो से उन्होंने कहा कि शारीरिक और मानसिक बिकास के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। आरक्षी अधीक्षक गौरव मंगला ने कहा की 8वीं योगा दिवस का थीम ’’योगा फॉर ह्यूमिनिटी’’ है।
योग को उन्होंने लोकल प्रोडक्ट बताते हुए कहा की इसे लेने में कोई खर्च नहीं और जिसे पूरा विश्व ने अपनाया। 2015 में माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा इसे एक वार पुनः पहचान दिया जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिला।
योगा फिजिकल मजबूती ही नही मानसिक मजबूती के लिए भी जरूरी है। सेमिनार के दौरान क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सफल छात्रों को अनुमंडल पदाधिकारी सदर उमेश कुमार भारती ने सम्मानित किया।
अपने संबोधन में उन्होंने योगा को आत्मा से परमात्मा का मिलन बताया। उन्होंने कहा कि अभी के समय में योगा पूरी दुनियां में मशहूर है। कई देशों में योग को स्वास्थ्य लाभ के लिए अहम नजरिया माना जाता है। भारत की तरह विदेशों में भी योगा का प्रशिक्षण दिया जाता है और वहां के लोग योगा से लाभ उठा रहे हैं।
इसी का नतीजा है कि आज पूरी दुनियां अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रही है। भारत के वजह से ही योग को इतना सम्मान मिला है और 2015 से ही प्रत्येक साल 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा है।