
संतोष कुमार |
धमदाहा अनुमंडल मुख्यालय स्थित राजद कार्यालय में जननायक कर्पूरी ठाकुर का जयन्ती मनाया गया। जननायक कर्पूरी के तेल चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए धमदाहा विधान सभा पुर्व विधायक दिलीप कुमार यादव ने आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए श्री यादव ने कहा जब हमारा देश गुलाम था उस समय क्रान्तिकारी वीर सपूत कर्पूरी ठाकुर का जन्म समस्तीपुर जिला अन्तर्गत एक नाई परिवार हुआ था। उन्होंने कहा मनुवादी समांतवादी विचार धारा के खिलाफ इन्होंने आवाज उठाई जिसके कारण आज समाज में गरीब शोषित वंचित समाज के आने वाले लोगों को मुख्यधारा में जोकर मनुवादी विचार धारा वाले लोगों के साथ समांतर बैठने उठने का काम किया। हम लोगों को उनके विचारधारा को लेकर युवाओं को जागरूक करने का काम किया है। भारतीय संविधान बाबा भीमराव अंबेडकर के द्वारा लिखे गए संविधान से चलता संविधान के गरीब शोषित वंचित अगरा पिछड़ा सभी वर्ग के लोग एक साथ मिलकर काम कर चल रहा। जननायक कर्पूरी ठाकुर के जयन्ती समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया । पुर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उपाध्यक्ष दिलखुश ठाकुर ने कहा जननायक कर्पुरी ठाकुर का जन्म समस्तीपुर जिलाअन्तर्गत 24 जनवरी 1924 को एक साधारण परिवार में हुआ था। 17 फरवरी 1988 को देहान्त हुआ। बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री का पदभार संभाले।लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था। कर्पूरी ठाकुर का जन्म भारत में ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के पितौंझिया गांव में हुआ था। जननायक के पिताजी का नाम श्री गोकुल ठाकुर तथा माता का नाम श्रीमती रामदुलारी देवी था। इनके पिता गांव के सीमांत किसान तथा अपने पारंपरिक पेशा नाई का काम करते थे। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने २६ महीने जेल में बिताए थे। 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 तथा 24 जून 1977 से 21 अप्रैल 1979 के दौरान दो बार बिहार के मुख्यमंत्री पद पर रहे।
सदा गरीबों के अधिकार के लिए लड़ते रहे। मुख्यमंत्री रहते हुए भी उन्होंने पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिए विषम परिस्थितियों में शिष्टाचार और मर्यादा की लक्ष्मण रेखाओं का कभी उल्लंघन नहीं किया। मंच संचालन जिला प्रधान महासचिव रणधीर कुमार राणा कर रहे थे।मौके पर प्रखंड अध्यक्ष संजय रजक मोहम्मद मुस्ताक आलम पुर्व मुखिया परमानंद मंडल महेश्वरी मंडल मोहम्मद आर सी सहित उपस्थित थे ।