कश्मीरी छात्र बोले क्या हम टेरेरिस्ट हैं – अलीगढ़ |
AMU में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों को कहा जाता है आतंकवादी

कश्मीरी छात्र बोला उसने पहली बार ही कैंपस में अवैध तमंचा नहीं देखा है बल्कि कैंपस के हर हॉल के हर कमरे में तमंचे मिलेंगे
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों ने AMU में पढ़ने वाले अन्य छात्रों पर कश्मीरी छात्रों को (terrorist) आतंकवादी, आतंकवादी बताए जाने को लेकर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एडमिशन को कटघरे में खड़ा कर दिया हैं। कश्मीरी छात्रों का आरोप है कि उनके साथ AMU एडमिनिस्ट्रेशन के सामने प्रदर्शन के दौरान सेंचुरी गेट पर मारपीट कर पिटाई करने वाले उन गुंडे छात्रों द्वारा कहा गया है कि एएमयू में पढ़ने वाले सभी कश्मीरी छात्र आतंकवादी हैं । एएमयू में पढने वाले सभी कश्मीरी आतंकवादी छात्र कैंपस छोड़कर चले जाए नहीं तो एएमयू में पढ़ने वाले एक-एक कश्मीरी छात्र को गोली मार देने की धमकी भी दी गई। आरोप है कि AMU के डिप्टी प्रॉक्टर के गुंडों ने प्रदर्शन के दौरान प्रॉक्टर के इशारे पर कश्मीरी छात्रों के ऊपर तमंचे और बेल्टों व अन्य हथियारों से हमला बोलते हुए एडमिनिस्ट्रेशन टीम के सामने प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी छात्रों के साथ जमकर मारपीट की गई और उन्हें आतंकवादी कहा गया हैं। कश्मीरी छात्रों के साथ एडमिनिस्ट्रेशन के सामने गुंडे छात्रों द्वारा की गई पिटाई का वीडियो सेंचुरी गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है। जबकि कश्मीरी छात्र ने कहा कि उसने एएमयू में पहली बार ही अवैध तमंचे नहीं देखें, बल्कि AMU के हर हाल के हर कमरे में तमंचे ही तमंचे मिलेंगे। वहीं जिला प्रशासन ने एएमयू में कश्मीरी छात्रों पर लगातार हो रहे हमलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से भी कश्मीरी छात्रों को AMU में सुरक्षा दिलाए जाने का आश्वासन दिया गया है। इसके साथ ही जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने कश्मीरी छात्रों को कहा है कि हायर लेवल पर यूपी सरकार को अवगत कराया जाएगा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों को टारगेट कर बार- बार कश्मीरी छात्रों पर हमले किए जा रहे हैं।कश्मीरी छात्रों का कहना है कि उनके साथ भेदभाव करते हुए उन्हें आतंकवादी कहा जाता है यह उन्हें किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है।
आपको बता दें कि इस पूरे मामले पर एएमयू के कश्मीरी छात्र का कहना है कि 25 दिसंबर की देर रात करीब 2:00 बजे वह लाइब्रेरी से पढ़ाई करने के बाद अपने कमरे में सोने के लिए जा रहा था। तभी कैंपस के बैडमिंटन रेजिडेंसल के पास कुछ छात्र गाली-गलौच और शोर-शराबा कर रहे थे। जिसके बाद उसके द्वारा हॉस्टल के पास खड़े होकर गाली गलौज कर रहे छात्रों के पास पहुंचकर गाली गलौज करने से मना करते हुए वहां से जाने के लिए कहा। इसी बात का विरोध करने पर गाजीपुर गुट के उन गुंडे छात्रों ने उसके साथ गाली गलौज कर मारपीट करते हुए जमीन पर गिरा लिया और जमकर मारपीट करने शुरू कर दी। इस दौरान हॉस्टल के उसके अन्य साथी छात्र उसको बचाने के बजाएं छात्रों द्वारा उसकी की जा रही पिटाई को मुक दर्शक बनकर देख रहे थे। जिसके बाद जैसे तैसे कर दबंग छात्रों के चुंगल से मौके से भागकर अपने हॉस्टल के रूम में पहुंच कर अपनी जान बचाई गई। जिसके बाद उन छात्रों ने फोन कर करीब 100 से अन्य छात्रों को मौके पर बुला लिया ओर मारपीट करने वाले दबंग छात्र अपने हाथों में अवैध तमंचा, लाठी-डडे,धारदार छुरा,चाकू लेकर उसके हॉस्टल के रूम पर पहुंच गए और दरवाजा तोड़ने लगें। दबंग छात्रों के द्वारा हॉस्टल के दरवाजों को तोड़ते हुए देख उसने होटल के रूप में मौजूद अन्य दो साथियों ने कमरे के गेट पर लकड़ी की मेज लगाकर अपनी जान बचाई ओर तत्काल प्रोवोस्ट,प्रॉक्टर व AMU एडमिनिस्ट्रेशन को फोन का पूरी घटना की जानकारी दी गई। बावजूद इसके एएमयू इंतजा मियां ने इस गंभीर मामले को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जिसके बाद कुछ अन्य साथी उनके मौके पर पहुंचे और उनको हॉस्टल के कमरे से बाहर निकाला आरोप है कि इस दौरान हॉस्टल के वार्डन के सामने मारपीट करने वाले छात्रों के द्वारा उल्टा उसी से ही माफी मांगने की बात कही गई।जिस पर उसने कहा कि मेरे साथ ही मारपीट की मुझ पर ही जानलेवा हमला किया गया और मुझसे ही Sorry बोलने के लिए कह रहे हो। सुबह होने के पर उसके द्वारा फिर प्रोवोस्ट, प्रॉक्टर व एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन को पुनः घटना को लेकर फोन किया लेकिन दोबारा भी कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला। कश्मीरी छात्र ने कहा जब AMU इंतजा मियां ने उनकी बात नहीं सुनी तो उन्होंने अपनी बात सुनाने के लिए पीसफुल प्रोटेस्ट मार्च निकालते हुए सेनेटरी गेट को बंद कर ताला जड़ दिया।
वहीं कश्मीरी छात्र ने उसके साथ एएमयू कैंपस में हुए घटनाक्रम को लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके ऊपर जब दबंग छात्रों के द्वारा मारपीट कर जानलेवा हमला किया जा रहा था। उस दौरान मारपीट करने वाले उन एएमयू छात्रों के द्वारा उसको कहा जा रहा था कि AMU में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र (terrorist) आतंकवादी हैं, इसीलिए AMU से चले जाईये,नहीं तो एएमयू में पढ़ने वाले एक-एक कश्मीरी छात्रों को गोली मार देंगे।कहा तुम आतंकवादी लोग क्यों पढ़ने आते हो यहां पर, छात्रों का आरोप है कि जब मारपीट करने वाले गाजीपुर के छात्रों के द्वारा उनको आतंकवादी और गोली मारने की धमकी दी गई और एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन ने इस पूरे मामले को लेकर उनके कानों पर फोन मिलाने के बावजूद इंतजा मियां के कानों पर जूं नहीं रेंगी तो कश्मीरी छात्रों ने अपनी जान को खतरा देखते हुए इकट्ठा होकर अपनी बात एडमिनिस्ट्रेशन के सामने पहुंचाने के लिए उनके द्वारा प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया था। आरोप है कि इस दौरान सेनेटरी गेट बंद कर उनके द्वारा जब प्रदर्शन किया जा रहा था तो उन दबंग छात्रों ने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर भी कश्मीरी छात्रों को एक-एक कर गोली मारने की धमकी दी गई। इस दौरान मौके पर प्रॉक्टर ओर एमएम हॉल के प्रोवेस्ट प्रदर्शन स्थल पर पहुंच गए जहां कश्मीरी छात्रों के द्वारा प्रोवोस्ट और प्रॉक्टर से घटनाक्रम को लेकर बातचीत कर रहे थे। तभी डिप्टी प्रॉक्टर ने आवेश में आकर प्रदर्शन कर रहे सभी कश्मीरी छात्रों को चैलेंज दिया कि देखों मैं गेट को कैसे खोलता हूं, जिसके बाद डिप्टी प्रॉक्टर के गुंडों ने प्रॉक्टर के इशारे पर कश्मीरी छात्रों के ऊपर तमंचे और बेल्टों व अन्य हथियारों से हमला बोलते हुए एडमिनिस्ट्रेशन टीम के सामने प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी छात्रों के साथ जमकर मारपीट की गई। कश्मीरी छात्र का आरोप है कि एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन के सामने गुंडों द्वारा कश्मीरी छात्रों के साथ के किए जा रहे हमले और मारपीट का पूरा घटनाक्रम एएमयू कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है। इस दौरान मौके पर एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन मूकदर्शक बनकर कश्मीरी छात्रों की पिटाई को देखता रहा।लेकिन पिट रहे कश्मीरी छात्रों को किसी के द्वारा बचाया नहीं गया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद जब कश्मीरी छात्रों को एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन से कोई न्याय नहीं मिला तो कश्मीरी छात्रों ने एएमयू में अपनी जान को खतरा देखते हुए न्याय के लिए अलीगढ़ जिला प्रशासन का दरवाजा खटखटाया ओर अपने आप को बचाने के लिए न्याय की गुहार लगाई। जिसके चलते सोमवार को 5 कश्मीरी छात्रों का एक डेलिगेशन ने उनके साथ हुए घटनाक्रम को लेकर डीएम कार्यालय पहुंचकर जिला प्रशासन से मुलाकात की ओर पूरे घटनाक्रम को लेकर अवगत कराया गया जिसके बाद जिला प्रशासन ने एएमयू में पढने वाले सभी कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर एएमयू एडमिन्सट्रेशन से बातचीत करने की बात करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से भी कश्मीरी छात्रों को सुरक्षा दिलाए जाने का आश्वासन दिया गया है। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने कश्मीरी छात्रों को कहा है कि हायर लेवल पर उत्तर प्रदेश सरकार को अवगत कराया जाएगा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों को टारगेट कर बार- बार कश्मीरी छात्रों पर हमले किए जा रहे हैं। साथी कश्मीरी छात्र ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अन्य छात्रों के ऊपर सनसनीखेज आरोप लगाया कि उसने अपने साथ हुई घटना के दौरान ही अवैध तमंचा कैंपस में नहीं देखे हैं बल्कि एएमयू के हर हॉल में तमंचे मिलेंगे। जबकि AMU के हर हाल के रूम के अंदर अवैध तरीके से रह रहे गुंडे भी मिलेंगे।
कश्मीरी छात्रों के आरोप पर अलीगढ़ एडीएम सिटी मीनू राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि कश्मीरी छात्रों के साथ आज बैठक हुयी, छात्रों की शिकायत थी कि उन्हें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सुरक्षा नहीं मिल पा रही है। उसके साथ आए दिन मारपीट की जाती है। जिसके बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सब रजिस्टर से बात की गई है, और कश्मीरी छात्रों के साथ बैठकर इस मसले को निपटाने का निर्देश दिया गया है। छात्रों की तरफ से अगर कोई शिकायत मिलेगी,तो उस पर प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की जाएगी।