
रवीन्द्र नाथ भैया |
मनरेगा में अधिकारियों की मिलीभगत से जमकर फर्जीबाङा किया जा रहा है । शिकायत ग्रामीणों द्वारा की जा रही है लेकिन अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किये जाने से फर्जीबाङा पर रोक के बजाय और बढ़ता जा रहा है ।
ताजा मामला उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुरहेनाा का है। मनरेगा योजना के तहत जेसीबी से काम करा कर राशि निकाल कर गबन किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत मुरहेनाा के ग्राम डोपटा के बड़ा आहर सफाई का कार्य किया जाना है। 3 माह पहले एनएच 31 फोरलेन बनाने के क्रम में जेसीबी से 15 फीट गहराई एवं 50 फीट चौड़ाई मिट्टी लिया गया था जिसमें पानी भरा हुआ था। पंचायत रोजगार सेवक के द्वारा पानी को पंपिंग सेट से निकालकर मास्टर रोल लोड कर राशि निकालकर गबन किया जा रहा है। आहर की पूर्व का फोटो जिसमें पानी भरा हुआ एवं पानी खाली किया गया आहर दर्शाया गया है।
फोटो से साफ पता चलता है कि आहर की गहराई एवं चौड़ाई कितना है ।अब इसी आहर को सत्र 2022- 23 में मनरेगा योजना के तहत पीटीए जेईई पीआरएस की मिलीभगत से राशि का गबन किया जा रहा है जिसकी शिकायत ग्रामीण अनिल सिंह के द्वारा मनरेगा पीओ रजौली, डीएम नवादा एवं डीआरडीए नवादा से की गई है । पूर्व में ली गई फोटो से साफ झलकता है कि आहर की गहराई काफी है। बावजूद फर्जीबाङा कर राशि बंदरबाट की जा रही है ।