
रवीन्द्र नाथ भैया |
मुख्य सचिव बिहार, पटना के आदेश के आलोक में आज जिला के 44 पंचायतों में स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र, पीडीएस दुकान, नल-जल, प्रधानमंत्री आवास योजना, पक्की नली गली आदि योजनाओं की जांच पदाधिकारियों के द्वारा की गयी।
जिलाधिकारी उदिता सिंह ने काशीचक प्रखंड के रेवरा जगदीशपुर पंचायत में उप स्वास्थ्य केन्द्र की जांच की जहां एमओआईसी अभिषेक राज, एसीएमओ वीपी सिंहा, एएनएम रेखा कुमारी आदि उपस्थित थे। यह उप स्वास्थ्य केन्द्र एक निजी भवन में एक मात्र कमरे में चल रहा था। किसी भी प्रकार का पंजी संधारित नहीं पाया गया। प्रतिरक्षण पंजी और ओपीडी पंजी केवल खानापूर्ति किया गया था। केन्द्र अत्यन्त ही गंदा था और बिछा हुआ चादर भी काफी गंदी थी। सतरंगी चादर नहीं पाया गया। केन्द्र काफी गंदा था और दुर्गंध आ रही थी। मेडिकल उपकरण ठीक नहीं था। कर्तव्यहीनता के आरोप में एमओआईसी से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या-16 का औचक निरीक्षण किया गया। सेविका रचना कुमारी, सहायिका शारदा देवी केन्द्र पर उपस्थित थीं। आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजी की मांग की गयी, तो सीडीपीओ ने बताया कि आनलाईन चढ़ा दिया जाता है। आफलाईन का अपडेट नहीं है। लेकिन डीपीओ द्वारा बताया गया कि आफलाईन करना है। सीडीपीओ द्वारा जिलाधिकारी को गलत मैसेज देकर गुमराह किया गया। गलत बयान देने के कारण सीडीपीओ काशीचक से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया।
पीडीएस-जनवितरण प्रणाली के दुकान के निरीक्षण समय में केन्द्र संख्या-34 पर सरिता कुमारी के नाम से संचालित हो रहा था जिसका वार्ड नम्बर-09 , जहां स्थानीय लोगों ने शिकायत किया कि दुकान से 10 किलो खाद्यान के बदले मात्र 05 किलो खाद्यान दिया जाता है ,वह भी एक-एक माह के बाद दिया जाता है। प्रधानमंत्री निःशुल्क खाद्य योजना के तहत भी अनाज नहीं दिया जाता है।
जिलाधिकारी ने उपस्थित जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार प्रभाकर को निर्देश दिया कि स्थानीय लोगों का बयान लेकर एमओ को स्पष्टीकरण पूछने का निर्देष दिया गया और पीडीएस पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया।
पक्की नली गली का भी औचक निरीक्षण किया गया। जितेन्द्र राम, बांके राम, प्रकाश राम के घर तक पीसीसी पक्की नली गली बनाया गया था जिसपर लागत 05 लाख 52 हजार रूपये का था जो सही पाया गया। वार्ड नं0 -08 में मुख्य गली से बच्चा सिंह के घर तक पीसीसी किया गया था जिसपर लागत 08 लाख 33 हजार 600 रूपये व्यय हुआ।
हर घर नल जल योजना वार्ड नं0-08 और 06 में जांच की गयी जहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से जल की आपूर्ति की जा रही थी। इसके अलावे जिला स्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा चौवालिस पंचायतों का 14 योजनाओं की जांच की गयी, जिसका रिपोर्ट 05ः30 बजे शाम तक अपलोड किया जाना है।
उज्जवल कुमार सिंह अपर समाहर्ता के द्वारा कौआकोल के केवाली, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर पकरीबरावां _ बुधौली, अनुमंडल पदाधिकारी रजौली- मेसकौर सहबाजपुर सराय, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नवादा-पकरीबरावां ज्यूरी के साथ-साथ 44 अधिकारियों के द्वारा 44 पंचायतों का औचक निरीक्षण किया गया।