साधु बने मुस्लिमों को भीड़ ने पीटा – नवादा |
बोले- साधु बनकर कमाई हमारा पुश्तैनी धंधा,पुलिस ने दर्ज किया केस, भेजा जेल

रवीन्द्र नाथ भैया |
जिले में साधुओं का भेष बनाकर घुम रहे 6 मुस्लिमों को भीड़ ने शक होने पर पकड़ लिया। इसके बाद मारपीट भी की गई। ये लोग साधु के भेष में घुम-घुमकर लोगों के घर भीख मांग रहे थे। लोगों ने सभी को पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अब उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। पकड़े गए सभी लोग उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उनका कहना है कि ये उनका पुश्तैनी धंधा है। इसी से उनका घर चलता है।
मामला अकबरपुर थाना क्षेत्र के चातर गांव का है। लोगों का कहना है कि ये सभी सोमवार को साधु का भेष बनाकर भीख मांग रहे थे। शक होने पर पूछताछ की गई तो बयान बदलने लगे। इसके बाद इन्हें बंधक बना लिया। कुछ लोगों ने जमकर पिटाई भी की।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। लोगों का कहना है कि ये सभी मुसलमान हैं। किसी गलत मकसद के लिए आए थे। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले और इन पर कार्रवाई करे।
इस बीच पुलिस ने मंगलवार को इन सभी पर भ्रम फैलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस हिरासत में सभी से पूछताछ चल रही है।
सभी लोग साधु के भेष में भीख मांग रहे थे।
सभी लोग साधु के भेष में भीख मांग रहे थे।
एसपी अंबरीश राहुल ने कहा है कि 6 लोग गेरुआ और अन्य रंग के कपड़े में चातर हॉल्ट के पास उतरे थे। सभी मुस्लिम समुदाय के थे। स्थानीय ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया। सूचना मिलने पर अकबरपुर थाना की पुलिस तुरंत घटना स्थल पर पहुंची और उन्हें अपने साथ पूछताछ के लिए थाने पर ले गई।
एसपी अंबरीश राहुल ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि ये सभी उत्तर प्रदेश के गोंडा जिला के रहने वाले हैं। ये पारंपरिक रूप से इसी भेष में भीख मांग कर अपना जीवन यापन करते हैं। चातर हॉल्ट पर ये भीख मांगने ही उतरे थे।
पिटाई के बाद भीड़ ने सभी को पुलिस के हावाले कर दिया।
पिटाई के बाद भीड़ ने सभी को पुलिस के हावाले कर दिया।
संदिग्ध व्यवहार करने का आरोप:-
ग्रामीणों ने सभी पर संदिग्ध व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की भी आशंका जताई है। ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की सुबह ट्रेन से सभी उतरे थे और अलग-अलग दिशा में जाने लगे। संदिग्ध गतिविधि के कारण हम लोगों ने पूछताछ शुरू कि तो कुछ भी ठीक से नहीं बता रहा था।
पकड़े गए लोगों के नाम कलीम, अहमद, राशिद, नवाब अली, अमजद खान और सुभान अली है।
पूछताछ के दौरान सभी गिरफ्तार लोगों ने बताया कि वे लोग यूपी के बदायूं और गोंडा जिले के रहने वाले हैं। उनके पूर्वज लंबे समय से भीख मांग कर खाने का काम करते थे। पकड़े गए युवकों के पास चाकू-छुरी भी मिली।
लूटपाट करने और बच्चे चुराने का आरोप:-
इधर युवकों को पकड़ने वाले ग्रामीणों ने अलग आशंका जाहिर की है। ग्रामीणों का कहना है कि यह लोग फर्जी साधु बनकर घूमते हैं और कई तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। ग्रामीणों के अनुसार इनके पास चाकू-छुरे भी मिले हैं। उनका आरोप था कि लोग वेश बदलकर चोरी, छिनतई, लूट और बच्चे चुराने की घटना को भी अंजाम देते है। पूर्व में भी कई ऐसे कांड हो चुके है, जिसमें ऐसे लोग संलिप्त रहते हैं।
सनातन को बदनाम करने वालों की पोल खुल गई:-
बजरंग दल के नेता जितेंद्र प्रताप जीतू और विश्व हिंदू परिषद के नेता कैलाश विश्वकर्मा ने कहा है कि सनातन को बदनाम करने वालों की पोल खुल गई है। ऐसे ही लोग भिक्षाटन के बहाने घरों में जाकर ठगी, चोरी और छिनतई करते हैं। लेकिन ग्रामीणों ने इनकी पोल खोल कर रख दी है और बड़े साहस का परिचय देते हुए भी विधर्मियों को बेनकाब किया है। प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
पिछले माह नगर में गिरफ्तार हुए थे गोंडा और बदायूं के अपराधी:-
बता दें कि पिछले महीने ही यूपी के गोंडा और बदायूं के कुछ अपराधियों की गिरफ्तारी हुई थी, जो दिन में फेरी का काम और रात में चोरी करते थे।
नगर के बुंदेलखंड थाना इलाके के तकिया मोहल्ले से पुलिस ने दर्जन भर महिला-पुरुषों को गिरफ्तार किया था।
इन लोगों के पास से कट्टा, कारतूस सहित चोरी की घटना में प्रयुक्त होने वाले अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद किया गया था। इसमें सभी यूपी के गोंडा सहित आसपास के जिलों के निवासी थे। उस वक्त पुलिस ने बताया था कि एक बड़ा गिरोह नवादा, गया, जमुई जिले के विभिन्न हिस्सों में रहकर दिन में रेकी और रात में चोरी, छिनतई और लूट आदि की घटनाओं को अंजाम देता है।