जल्द हो सकता है नगर निकाय चुनाव के लिए नई तारीखों का एलान, दिसंबर में मतदान संभावित – नवादा |
आरक्षण रोस्टर में बदलाव की कोई संभावना नहीं

जिले के तीन नगर परिषदों व एक नगर पंचायत के निवासियों के लिए अच्छी खबर है.
नगर निकाय चुनाव की तिथि का एलान जल्द हो सकता है। सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव को जल्द निपटाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। चुनाव के रास्ते में आए कानूनी पेंच को दूर कर चुनाव तारीखों का एलान किया जाना संभावित है।
सबकुछ ठीक ठाक रहा तो अगले माह यानी दिसंबर महीने में चुनाव संपन्न करा लिया जायेगा। इसके लिए जल्द ही नई तिथि का एलान होगा।
सूत्र बताते हैं कि नई तारीखों का एलान जल्द हो सकता है। पूर्व की अधिसूचना में किसी प्रकार का बदलाव नहीं होगा। पूर्व के नामांकन पर ही चुनाव होगा। कोई नई अधिसूचना जारी नहीं होगी। वैसे भी अबतक पूर्व की अधिसूचना को रद्द नहीं किया गया है। अक्टूबर में निर्धारित चुनाव को सिर्फ रोका गया था।
बता दें कि 10 और 20 अक्टूबर को दो चरणों में बिहार के सभी नगर निकायों में मतदान होना था।
इस बीच 4 अक्टूबर को उच्च न्यायालय द्वारा पिछड़ा वर्ग को दिया जाने वाला आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विपरीत मानते हुए, जो आदेश पारित किया था, उसपर विचार उपरांत राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान को स्थगित कर दिया गया था।
इस बीच सरकार द्वारा अतिपिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया गया। साथ ही एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट को पिछड़ा वर्ग के अध्ययन के लिए अधिकृत किया गया था।
समझा जा रहा है कि सरकार की ओर से चुनाव के आड़े आ रहे कानूनी अड़चन को दूर करने का काम अंतिम चरण में है। ऐसे में जल्द मतदान की तिथि का एलान हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
सूत्रों से जो बातें छनकर सामने आ रही है उसके मुताबिक इसी माह 10 और 20 दिसंबर को मतदान की तिथि का एलान हो सकता है।
जिले के तीन नगर क्षेत्रों नवादा और वारिसलीगंज नगर परिषद तथा नगर पंचायत रजौली में चुनाव के लिए नामांकन आदि की औपचारिकता पूरी हो चुकी थी। मतदान 10 अक्टूबर को तय था, लेकिन 04 अक्टूबर को हाईकोर्ट के आदेश के बाद चुनाव रोक दिया गया था।
नई तारीखों का जो एलान होगा इसमें पहले चरण में ही नवादा के तीनों शहरी निकायों में मतदान हो जायेगा। संभव है कि। नई तारीखों के एलान के समय भी हिसुआ नगर परिषद के चुनाव का कार्यक्रम भी घोषित हो जाए।
दरअसल, राज्य सरकार चाहती है कि जितना जल्द हो सके चुनाव हो जाए। साथ ही यह भी चाहती है कि पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का लाभ मिले। उसकी हकमारी किसी भी सूरत ए हाल में न हो। ऐसे में अबकी बार एसभीकुछ ठोक बजाकर चुनाव तारीखों का एलान संभावित है।
बहरहाल, आधिकारिक सूचना का इंतजार सभी को है, उम्मीदवार हों या मतदाता।