निरंकारी परिवार ने मनाया मानव एकता दिवस – नवादा |
खून नालियों की बजाय नाड़ियों में बहे का दिया संदेश

रवीन्द्र नाथ भैया |
सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के आदेशानुसार रविवार को साध संगत ब्रांच छोटा शेखपुरा में मानव एकता दिवस के अवसर पर सत्संग का आयोजन किया गया।
अध्यक्षता कर रहे मुखी महात्मा विनोद गुप्ता ने कहा कि बाबा गुरुवचन सिंह जी के बलिदान दिवस को प्रत्येक वर्ष 24 अप्रैल को पूरा निरंकारी परिवार मानव एकता दिवस के रूप में मनाता है।
बाबा गुरुवचन जी एक महान संत थे। जिन्होंने जनता में आध्यात्मिक जागरूकता के माध्यम से मानव भाईचारे का प्रचार प्रसार किया।
24 अप्रैल को सत्य प्रेम और शांति के इस मसीहा को कुछ कट्टरपंथियों ने गोली मार कर ब्रह्मलीन कर समस्त निरंकारी जगत को शोक संतप्त कर दिया था।
उन्होंने बताया कि खून नालियों की अपेक्षा नाड़ियों में बहे का संदेश देने के लिए निरंकारी मिशन इस दिन पूरे विश्व में अनेको रक्तदान शिविर का आयोजन करता है।
अपने विचार में डॉ रामचन्द्र प्रसाद ने कहा कि बाबा गुरुवचन के बाद बाबा हरदेव सिंह जी महाराज, उनके बाद माता सविंदर जी महाराज और अब उनके बाद सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज इस आध्यात्मिक मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि निरंकारी मिशन के संदेश एक को मानो एक को जानो और एक हो जाओ का नारा को सफल बनाने के लिए जगह जगह सत्संग रूपी पाठशाला खोल कर लोगों को सत्य का संदेश दे रहा है। हमारे साथ जब भी संकट आए हम सुमिरन करें।
सुमिरन में सभी बला को टाल देने की शक्ति है। साध संगत हमारे पास कुछ भी नही है सब सद्गुरु के हाथ में है। सद्गुरु के पांच प्रण, तीन कर्म को जो अपने जीवन में उतार लेगा तो उसका जीवन धन्य हो जाएगा। कार्यक्रम में कई निरंकारी संतों ने अपने विचार रखे और सेवा सत्संग से जुड़ कर जीवन को सफल बनाने का संदेश दिया।
कई संतों भाई बहन ने ब्लड डोनेट करने के लिए अपना नाम लिखाया तो कई ने निर्धारित जगहों पर अपनी सेवा देने के लिए नाम लिया। सत्संग के बाद सभी ने एक साथ बैठ कर लंगर में प्रसाद ग्रहण किया। मौके पर बाल्मीकि शर्मा, प्रमोद गुप्ता, शिवनाथ यादव, हरि राजवंशी, रामवृक्ष राजवंशी, शौखि रविदास, मुन्नी कुमारी, सुनीता देवी, सकलदेव प्रसाद, संजय पासवान आदि सैकड़ों की संख्या में निरंकारी संत बहन उपस्थित होकर सत्संग भजन का आनंद लिया।