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अवैध बालू खनन करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं –  नवादा |

सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का कहावत चरितार्थ

रवीन्द्र नाथ भैया |

जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र में एक जनवरी से बालू के खनन पर रोक के बावजूद बिना भय डर का बालू माफियाओं के द्वारा खनन का धंधा बेरोकटोक जारी है।पहले तो पुलिस प्रशासन की डर रहती थी। लेकिन माफिया थाने में ही बैठकर लोकेशन देकर रात के अंधेरे तो दूर दिन के उजाले में बालू की चोरी कर रहे है। माफियाओं के द्वारा अब रात दिन के उजाले में धनार्जय नदी व खूरी नदी से बालू उठाव कर दिन दहाड़े बालू लदे ट्रैक्टर गुजरना आम हो गया है।
बालू की खनन कर रहे तस्करों पर रोक लगाने में पुलिस प्रशासन मुखौटा बना बना हुआ है। यह कहना गलत नहीं होगा कि अवैध बालू के कारोबार में अपना हिस्से का हिस्सेदारी को ले चुप्पी साधे है।
सूत्रों के अनुसार नदी घाटों में तस्करों के द्वारा अवैध बालू खनन किया जा रहा था जिसकी सूचना ग्रामीणों के द्वारा पूलिस को दूरभाष पर दिया गया लेकिन सूचना के बाद भी प्रशासन नदी घाट पर नहीं पहुंचती है।जो उनकी मिली भगत को दर्शाता है।
बालू के अवैध कारोबार में गर्दीस मची हुई है।थाना क्षेत्र में दर्जनों ट्रैक्टर प्रति दिन अवैध खनन करते तस्कर नदी घाटों में नजर आ रहे है। इनकी कारगुजारियों पर रोक लगाने की कोई पहल नहीं हो रही है। खनन विभाग भी कार्रवाई करने के बजाय मूकदर्शक बनी हुई है।
थाना क्षेत्र के धनार्जय नदी हरदिया,बॉढ़ी,बंधन छपरा,मलियातरी, जम्मूआएं,भाईजी भित्ता,चितरकोली के अलावे खुरी नदी के गरिबा बालू घाट से उठावकर लेंगुरा व धमौल तथा रजौली के रेलवे एवं मौसम मोहल्ला के रास्ते खनन कर कई गांवों में बालू लदे ट्रैक्टर का परिचालन किया जा रहा है। माफियाओं के द्वारा प्रत्येक दिन सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर बालू की ढुलाई कराया रहा है।
बताया जाता है कि एक ट्रैक्टर बालू की बिक्री पर दो से तीन हजार रुपये तक की कमाई हो रही है। इसमें पुलिस व संबंधित विभाग की भी भागीदारी होती है।मलियातरी बालू घाट, गरीबा घाट, बॉढ़ी बालू घाट, सतगीर, बरबा,हरदिया समेत बंधन छपरा नदी बालू घाटों से उठाव होने वाले बालू को सड़क मार्ग से रजौली के आसपास के गांवों एवं आसपास के इलाके में बिक्री के साथ-साथ उसे डंप भी किया जाता है।सरकारी योजनाओं में भी धनार्जय नदी के अवैध बालू का प्रयोग किया जा रहा है।इस मामले में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं।
ज्ञात हो कि सरकार के आदेश के बाद जिले में पिछले साल 2021 के दिसंबर महीने 31 तारीख से हीं सभी घाटों से बालू खनन करने पर रोक होने के बाद बालू उठाव बंद है। बावजूद बालू की अवैध खनन नदी घाटों से जारी है।थाना क्षेत्रों में इन दिनों सरकार के तरफ से बालू खनन पर यातायात नियमों का पालन बालू माफियाओ के द्वारा ट्रैक्टर से बालू ले जाते समय कोई यातायात नियमो का पालन नही किया जाता है।बालू का परिचालन करते समय बालू को तिरपाल से ढक कर ले जाने का प्रावधान है।लेकिन बालू लदी ट्रैक्टर बिना तिरपाल ढके सड़को पर सरपट दौड़ती है।बालू लदी ट्रैक्टर से सड़क पर पानी गिरता है।और बालू भी पूरे रास्ते गिरते जाता है।जिससे पीछे चलने वाले बाइक सवार को दुर्घटनाग्रस्त होने का डर बना रहता है।
इस संबंध में खान निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि हमें सूचना मिली है।जल्द ही छापेमारी अभियान के तहत खनन करने वाले माफियाओं पर कार्रवाई की जायेगी।

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