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कोई ग्रंथ आलोचना से परे नहीं – रवीन्द्र रवि – पश्चिम चंपारण |

राम मंदिर के पुजारी परमहंस, पी.एम. मोदी का पुतला दहन सहित मनुस्मृति की प्रतियां जलायी गयी

पुजारी परमहंस को शीघ्र गिरफ्तार कर उसकी सम्पत्ति की जांच सी.बी.आई. से कराओं – नागरिक मंच

 

बेतिया। राम मंदिर के पुजारी परमहंस द्वारा बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चन्द्रशेखर की जीभ काटने के फतवा जारी करने और 10 करोड़ रुपये इनाम देने की बात, दिन प्रति दिन तुल पकड़ते जा रही है। नागरिक मंच बेतिया के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा बेतिया में स्थानीय पिउनी बाग बसवरिया से एक जुलूस के शक्ल में, संविधान बचाओं-लोकतंत्र बचाओं गगन भेदी नारों के साथ प्रतिवाद मार्च निकाला गया। जो इमली चौक होते हुये जगजीवन नगर, टाउन हाल, सागर पोखरा चौक, जनता सिनेमा चौक,तीन लालटेन चौक, लालबाजार चौक से होते हुये बाटा चौक पर एक सभा में तब्दील हो गया। सोवा बाबू चौक पर राम मंदिर के पुजारी परमहंस और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला दहन करते हुये मनुस्मृति की प्रतियां जलाई गयी। सभा को संबोधित करते हुये भाकपा माले के जिला नेता रवीन्द्र कुमार रवि ने कहा की कोई भी ग्रंथ आलोचना से परे नहीं है। मनुस्मृति को तो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ही खारिज कर चुके हैं।जो हिंदू धर्म में जाति व्यवस्था को सैद्धांतिक स्तर पर सही ठहराता है और बंच ऑफ थॉट तो आर.एस.एस.के ब्रह्मणवादी मॉडल का ही दस्तावेज है। जहां तक रामचरित्र मानस की बात है, उसके कई उद्धरण घोर महिला व दलित विरोधी है। ऐसे उद्धरण समाज में दलितों व महिलाओं की दोयम दर्जे की स्थिति को स्थापित करता है, जो आधुनिक मानदंडों के बिल्कुल खिलाफ है। आगे रवीन्द्र रवि ने कहा की रामचरित्रमानस की चौपाइयों से महिलाओं, दलितों व समाज के कमजोर वर्गों की भावना आहत नहीं होती ? आगे उन्होंने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री का जीभ काटने वालों को 10 करोड़ का इनाम देने जैसी हिंसक व उन्मादी बातें एक बार फिर से शुरू हो गई है। रवीन्द्र रवि ने कहा बंच ऑफ थॉट में स्वयंसेवकों के लिए यह उपदेश दिया गया है कि भारत का संविधान जहरीला है, अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़े वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों में कम से कम दाखिला देना है, उनके गांव-मुहल्ले के पास शराब की दुकान खोलना है, भाजपाइयों का यही चरित्र है, वह किसी भी प्रकार की आलोचना नहीं सुन सकते इस तरह का वक्तव्य देकर भाजपाई महिलाओं व दलितों के खिलाफ अपने चरम नफरत का इजहार कर रहे हैं। राजद नेता डी.पी.चौधरी एवं समाजसेवी हरिशंकर राम ने कहा की मोदी, साह की 8 वर्षों की सरकार में जातीय हिंसा व उच-नीच का भेद-भाव चरम पर है। नेताद्वय ने कहा की अब वह जमाना नहीं है कि कोई एकलब्य का अंगुठा कटवाने की बात करें। अब हम 21 वीं शदी में हैं, अंगुठा कटवाने वालें की कलाई कट जायेगी।आजाद समाज पार्टी सह भीम आर्मी के जिला नेता डा. रामचंद्र राम एवं राकेश अम्बेडकर ने कहा की प्रधानमंत्री मोदी की सरकार रामचरितमानस से ढ़ोल, गवार, शुद्र, पशु, नारी, सकल तारणा के अधिकारी। जे बरनाधम तेली, कुम्हारा, स्वपच किरात कोल कलवारा। अधम जाति में विद्या पाए,भयहु यथा अहि दूध पिलाए। सापत ताड़त परुष कहंता, बिप्र पूज्य अस गावहिं संता। जैसे चौपाइयों को शीघ्र संशोधन करवाने की बात करे। सभा को कृतलाल राम, मदन राम, धनराज राम, नितेश कुमार, लालबाबू गौतम, बाबूभाई पटेल, मुन्ना यादव, मो. समसुल, मोबारक हुसैन आदी नेता गण भी संबोधित किये

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