
रवीन्द्र नाथ भैया |
राजद विधायक विभा देवी की पहल पर शुक्रवार को एक टीम जिले के नारदीगंज प्रखंड हंडिया पंचायत की सीतारामपुर व पेश पंचायत की विजयनगर गांव पहुंची। टीम में जिला पार्षद उपाध्यक्ष निशा कुमारी,राजद के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष शम्भू मालाकार,पूर्व मुखिया सुनील यादव, समाजसेवी दीपू यादव उर्फ बाला जी समेत कई लोग शामिल रहें।
मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया अरविन्द मिश्र, पूर्व लोक सभा प्रत्याशी बुन्देल मांझी समेत अन्य ग्रामीणों की मौजूदगी में सीतारामपुर व विजयनगर गांव में पेयजल संकट की जानकारी प्राप्त की।सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया श्री मिश्रा व अन्य ग्रामीणों ने कहा हंडिया पंचायत की सीतारामपुर गांव में पेयजल संकट को दूर करने के लिए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के माध्य्म से ट्रंकलोरी से पानी भेजने का कार्य जारी है। ग्रामीणों के प्यास बुझाने के लिए तीन ट्रंकलोरी से पानी आ रहा है। यह पिछले 25 दिनों से हो रहा है। गांव में पानी की ट्रंकलोरी पहुँचते ही ग्रामीण पानी लेने के लिए दौड़ पड़ते है। भीड़ जुट जाती है,और लोग बाल्टी,तसला में पानी भर कर रख देते हैं, लेकिन भीषण गर्मी की वजह से ट्रंकलोरी में रखा हुआ पानी भी गर्म हो जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह अस्थायी निदान है। सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया श्री मिश्रा ने कहा पानी की समस्या का स्थायी निदान है, जब उस गांव में ओडेक्स मशीन से बोरिंग होगा.
जिले में ओडेक्स मशीन नहीं है,विभाग से मांग किया जायेगा।पीएचडी विभाग भी कहा था कि फिलहाल 10 दिन के बाद उस गांव में दो तीन पहाड़ी चापाकल लगाने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा। उसके बाद ओडेक्स मशीन से भी बोरिंग कर समस्या का समाधान किया जायेगा।ओडेक्स मशीन से बोरिंग की बात तो दूर पहाड़ी चापाकल भी नहीं लगा है।सीतारामपुर गांव के ग्रामीणों ने कहा 17 मई 22 को सदर एसडीओ उमेश कुमार भारती पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे थे, और ग्रामीणों को डरा धमकाकर पेयजल की समस्या को समाधान करने के लिए गांव में अगले वर्ष मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत बोरिंग हुआ था,टंकी व पाइप नहीं लगा हुआ है,उस बोरिंग को चालू कर पेयजल आपूर्ति करने के लिए कहा गया है,उन्होंने कहा कि इस बोरिंग से गांव में पेयजल संकट दूर नहीं होगा,तब दूसरे बोरिंग किया जायेगा।जबकि इस बोरिंग में हुए खर्च हुए सरकारी राशि की भी जांच होनी चाहिए। ग्रामीणों ने कहा इस बोरिंग से गांव में पेयजल समस्या समाधान नहीं होगा। विजयनगर गांव में एकमात्र चापाकल है,जो लोगों की प्यास बुझाने में अक्षम साबित हो रही है,ग्रामीण 2 से 3 किलोमीटर की दूरी से पानी लाकर प्यास बुझा रहें है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पार्षद उपाध्यक्ष व उनके साथ टीम में शामिल लोगों ने पेयजल संकट दूर करने का आश्वासन दिया,और सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया श्री मिश्रा से जूता चप्पल पहनने का अनुरोध किया।लेकिन उन्होंने कहा जबतक पेयजल संकट दूर नहीं होगा,तबतक जूता चप्पल नहीं पहनेंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया अरविन्द मिश्रा का सीतारामपुर गांव में ओडेक्स मशीन से बोरिंग करा कर पानी की समस्या का निदान हो,इसके लिए संकल्प लिए 26 दिन बीत गया है,वावजूद अधिकारियों के माध्यम से सकारात्मक पहल नहीं हुआ है। जबकि यह गांव पूर्ण रूपेण अनुसूचित जातियों का है,और पेयजल संकट भी है। समाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया श्री मिश्रा के प्रयास से पीएचडी विभाग के माध्यम से तीन ट्रंकलोरी पानी प्रतिदिन सीतारामपुर गांव पहुंच रहा है। उनका संकल्प है कि जबतक उस गांव में ओडेक्स मशीन से बोरिंग नहीं होगा तबतक जूता चप्पल नहीं पहनूंगा। इस मामले को लेकर उन्होंने डीएम ,पीएचडी कार्यपालक अभियंता समेत अन्य जनप्रतिनिधियों को भी ध्यान दिलाया है।उन्होंने कहा विजयनगर में भी जल संकट है।सनद रहें 24 अप्रैल 22 को अंतरराष्ट्रीय पंचायती राज दिवस व हिंदी साहित्य के महान विभूति कवि दिनकर जी की पुण्य तिथि पर संकल्प लिया है।
मौके पर समाजसेवी संतोष चौधरी, शंकर कुमार, रंजीत कुमार यादव उर्फ बबुआ जी,पप्पू राय, विशेश्वर यादव,प्रियरंजन सिंह, छोटेलाल यादव समेत अन्य मौजूद रहें।