
रवीन्द्र नाथ भैया |
जिले के अकबरपुर प्रखंड में मनरेगा योजना में पीओ,जेई, पीटीए मनमानी तरीके से योजनाओं का संचालन करने में लगे हुए हैं। सारे नियम को ताक पर रखकर पीटीए पीओ के आदेश पर बिना स्थल पर गये प्राक्कलन बना रहे हैं और योजनाएं का मास्टर रोल निकालकर कार्य किया जा रहा हैं। सबसे बदतर स्थिति बलिया बुजुर्ग पंचायत की हैं जहां मुखिया को नियम से हटकर कार्य करने की स्वीकृति दे दी गई हैं।
आये दिन उक्त पंचायत में मनरेगा योजना में धांधली के नये नये मामले सामने आ रहे हैं। इसबार तो पीटीए अजय कुमार ने हद कर दी. सिंचाई विभाग के कैनाल को मनरेगा योजना का बताकर सफाई का प्राक्कलन बना दिया और योजना की शुरुआत कर दी। जबकि पीओ जानकर भी इसपर चुप्पी साधकर बैठे हुए हैं। ऐसा लाभ शुभ के चक्कर में किया जा रहा हैं।
क्या है मामला:-
बलिया बुजुर्ग पंचायत की कन्नौज में जलशोभ से निकलने वाली पैन कन्नौज सिमाना से लेकर नदी तक पैन की सफाई जिसका योजना कोड आईसी/20441536 है। जिसकी प्राक्कलित राशि 4.87 लाख हैं। जिसपर मास्टर रोल निकालकर मुखिया द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया हैं।
ग्रामीण बतातें हैं कि उक्त कैनाल सिंचाई विभाग का हैं और कैनाल का पानी जाब डैम से बरसात के दिनों में निकलकर आता हैं। चूंकि कैनाल सिचाई विभाग का है इसपर मनरेगा से काम करना कहीं से भी उचित नहीं हैं।
पीटीए अजय कुमार पीओ के आदेश पर लाभ शुभ के चक्कर में बिना स्थल पर गये प्राक्कलन बनाकर नियम से हटकर कार्य को करवाने की स्वीकृति दे रहे हैं। जो जांच का बिषय हैं। बलिया बुजुर्ग में मनरेगा योजना की जांच की गई तो कई और मामले का खुलासा हो सकता हैं।
बता दें इसके पूर्व उक्त पंचायत में नदी में मनरेगा से अलंग निर्माण करवाया जा रहा था। ग्रामीणों ने डीएम से बलिया बुजुर्ग में संचालित योजनाओं की जांच की मांग की हैं।
इस बावत मोबाइल पर पीओ से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने मोबाइल का स्विच आफ कर दिया.