रजौली में आपरेशन के बाद ठंड में जमीन पर सुलाये गये मरीज – नवादा |
अधिकरियों ने कहा होगी जांच

रवीन्द्र नाथ भैया |
जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल अस्पताल का हाल बेहाल है. मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार आम है. ताजा उदाहरण बंध्याकरण के बाद महिलाओं को बेड के बजाय जमीन पर सुलाने का है.
रजौली में मंगलवार को बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद महिलाओं को कड़ाके की ठंड में बेड के बजाय फर्श पर सुलाया गया. तस्वीरें आपको भी हैरान कर देगी. जब हर सामान्य आदमी ठंड से बचाव के लिए प्रयास करता दिख रहा है, तब अस्पताल में आपरेशन के बाद मरीजों को फर्श पर सोने के लिए मजबूर होना पड़ा. फर्श पर सोने के लिए भी मरीजों के बीच धक्कामुकी वाली स्थिति रही.
22 महिला और चार पुरुषों का हुआ था आपरेशन:-
रजौली में मंगलवार को परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत आपरेशन का कैंप लगाया गया था. इसमें डॉक्टर बीएन चौधरी के द्वारा 22 महिला और 4 पुरुष का नसबंदी का ऑपरेशन किया गया.
लगाया लापरवाही का आरोप:-
ऑपरेशन के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एक कमरे में बिना बेड उपलब्ध कराए हुए सभी को फर्श पर बेड डालकर लेटने को कह दिया गया. लोगों का यह भी कहना है कि आपरेशन के बाद इनकी देखरेख के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का एक भी कर्मी इनकी देखरेख के लिए वहां पर उपस्थित नहीं था.
एक घंटे बगैर स्टाफ के रहा अस्पताल:-
लोगों के मुताबिक मंगलवार की रात 10 बजे से 11 तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का कोई कर्मी उपस्थित नहीं था। अपने स्वजन का बंध्याकरण ऑपरेशन कराने आई प्रखंड के धमनी गांव की संध्या देवी ने बताया कि अपनी बच्ची का ऑपरेशन करायी हूं. बेड नहीं मिलने के कारण जमीन पर सुला दिया गया है.
बेड उपलब्ध नहीं होने का दिया हवाला:- झीझो गांव से अपनी पत्नी का बंध्याकरण ऑपरेशन कराने आए विकास कुमार ने बताया कि बेड नहीं उपलब्ध कराया गया . इस वजह से जमीन पर सुलाना पड़ा. हम लोगों ने बेड के बारे में पूछा तो बताया गया कि बेड उपलब्ध नहीं है.
इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। जिसके बाद इसकी जानकारी एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष को दी गई तो उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी.