BiharPoliticalState

5 जून संपूर्ण क्रान्ति दिवस के अवसर पर राजद, वामदलों का प्रतिनिधि सम्मेलन – पश्चिम चंपारण |

नीतीश सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी

केन्द्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान

सतेन्द्र पाठक |

बेतिया।  संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर पटना के बापू सभागार में राजद, सीपीएम, सीपीआई तथा माले के संयुक्त प्रतिनिधि सम्मेलन में पूरे बिहार से 7 हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस सम्मेलन को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पोलित ब्यूरो के सदस्य तथा अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड अशोक ढवले, बिहार राज्य सचिव ललन चौधरी, केंद्रीय कमेटी के सदस्य अवधेश कुमार, विधानसभा में विधायक दल के नेता अजय कुमार सहित विभिन्न दल के नेताओं ने संबोधित किया। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अस्वस्था के कारण अपना वर्चुअल संदेश सम्मेलन को दिया। सम्मेलन की अध्यक्षता राजद के बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव तथा संचालन आलोक मेहता ने किया। सम्मेलन को संबोधित करने वालों में भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा, राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान, भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य तथा अन्य लोग महत्वपूर्ण थे।

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पोलित ब्यूरो के सदस्य का. अशोक ढवले ने कहा कि आज ही के दिन 1974 में बिहार छात्र आंदोलन के नेता जयप्रकाश नारायण जी ने इसी पटना के गांधी मैदान में एक महती जनसभा को संबोधित करते हुए देश में संपूर्ण क्रांति करने की घोषणा की थी। उस समय देश में आपातकाल लागू करने वाली तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया था।

आज फिर पटने में राजद तथा वामदलों द्वारा संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर प्रतिनिधि सम्मेलन बुलाया गया है। आज भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आंतरिक आपातकाल लागू किया गया है। संविधान समाप्त करने, जनतांत्रिक अधिकारों को छीनने तथा सांप्रदायिकता को बढ़ावा देकर देश में राजनीति की जा रही है। मंदिर और मस्जिद के झमेले में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता को भटकाया जा रहा है। इसलिए आज के दिन इस सम्मेलन का बड़ा ही महत्व बढ़ जाता है और आज हमें यह संकल्प लेना चाहिए की फिर एक बार बिहार से ही जन आंदोलन की शुरुआत हो। जो आज के तानाशाह, देश में आंतरिक आपातकाल लागू करने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आर एस एस संचालित सरकार की समाप्ति किया जा सके।
उन्होंने यह भी कहा कि देश में 378 दिनों तक चला किसान आंदोलन ने देश के कारपोरेट पक्षीय मोदी सरकार को किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लेने को विवश किया। लेकिन मोदी सरकार एम एस पी को कानूनी दर्जा देने तथा अन्य मांगों को पूरा करने के लिए किसानों की प्रतिनिधत्व वाली कमिटी बनाने का वादा किया था। जो अबतक नहीं बना। अब खेती घाटे का बनता जा रहा है। इसलिए संयुक्त किसान मोर्चा एक बार फिर झूठी तथा किसान विरोधी सरकार के विरुद्ध एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने जा रही है। जो आपके आंदोलन से जुड़ जायेगा और यह मोदी सरकार को गद्दी से हटाने तक चलेगा।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के बिहार राज्य सचिव का. ललन चौधरी ने कहा कि आज बिहार में कानून व्यवस्था समाप्त हो गई और नीतीश कुमार कहते हैं कि कानून अपना काम कर रहा है। बिहार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है और नीतीश कुमार कहते हैं कि जीरो टॉलरेंस पर भ्रष्टाचार है। परीक्षाओं में पेपर लीक होना आम बात हो गई है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। अब इस सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।

सम्मेलन में पार्टी के वरिष्ट नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह, अरुण कुमार मिश्र, सर्वोदय शर्मा, विनोद कुमार, अहमद अली, प्रभुराज नारायण राव, रामपरी, श्याम भारती आदि ने शिरकत किया। उक्त जानकारी माकपा बिहार राज्य सचिव मण्डल सदस्य प्रभुराज नारायण राव ने दिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button