
संतोष कुमार |
जननायक कर्पूरी ठाकुर के जयन्ती समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया । पुर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए संदीप कुमार यादव ने कहा जननायक कर्पुरी ठाकुर का जन्म समस्तीपुर जिलाअन्तर्गत 24 जनवरी 1924 को एक साधारण परिवार में हुआ था। 17 फरवरी 1988 को देहान्त हुआ। बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री का पदभार संभाले।लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था। कर्पूरी ठाकुर का जन्म भारत में ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के पितौंझिया गांव में हुआ था। जननायक के पिताजी का नाम श्री गोकुल ठाकुर तथा माता का नाम श्रीमती रामदुलारी देवी था। इनके पिता गांव के सीमांत किसान तथा अपने पारंपरिक पेशा नाई का काम करते थे। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने २६ महीने जेल में बिताए थे। 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 तथा 24 जून 1977 से 21 अप्रैल 1979 के दौरान दो बार बिहार के मुख्यमंत्री पद पर रहे।
सदा गरीबों के अधिकार के लिए लड़ते रहे। मुख्यमंत्री रहते हुए भी उन्होंने पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिए विषम परिस्थितियों में शिष्टाचार और मर्यादा की लक्ष्मण रेखाओं का कभी उल्लंघन नहीं किया।