
रवीन्द्र नाथ भैया |
जिलाधिकारी उदिता सिंह के आदेश के आलोक में जिले की सभी महिलाओं को साक्षर किया जाना है। इसके लिए जिला अधिकारी लगातार प्रयासरत हैं।
पूर्ण साक्षरता के प्रथम चरण में 14 प्रखंडों के 14 गांव का चयन महिलाओं को पूर्ण साक्षर करने के लिए किया गया है। इसके लिए बैठक में जिला अधिकारी के द्वारा अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया ।
14 प्रखंडों के चयनित 14 गांव में पूर्ण साक्षरता की अलख जगाने के लिए रात्रि चौपाल आयोजित किया गया है, जिसमें प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी ,अंचलाधिकारी ,सीडीपीओ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ,प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी आदि को बेहतर कोआर्डिनेशन करते हुए 15 अगस्त २०२२ के पूर्व चयनित गांव को साक्षर करने का निर्देश दिया गया है। साक्षर व्यक्ति अपने अधिकार और कर्तव्य को सही ढंग से समझ पाते हैं ।
साक्षर होने पर व्यक्ति किसी भी विषय वस्तु को ठीक से समझ लेते हैं और उसके अनुसार अपना बेहतर कार्य कर सकने में सक्षम होते हैं।
एक महिला के साक्षर होने से पूरा परिवार साक्षर हो जाता है ,इसलिए महिलाओं को पहले पूर्ण साक्षर करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा विविध प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता और जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के द्वारा भी पूर्ण साक्षरता के कार्यक्रमों की निगरानी किया जाएगा। 14 प्रखंडों की चयनित पंचायतों और गांव का नाम इस प्रकार है:-