रमजान में अल्लाह की खास रहमतें बरसती हैं – पटना |

रवि रंजन |
रमजान में अल्लाह की खास रहमतें बरसती हैं. अगर इस्लाम समुदाय का व्यक्ति रमजान के नियमों का पालन करता है तो अल्लाह उसके पिछले सभी गुनाह माफ कर देते हैं. साथ ही, इस महीने में की गई इबादत और अच्छे काम का 70 गुना पुण्य अल्लाह देते हैं. कहा जाता है कि इस्लाम धर्म में हर बालिग पर रोजा फर्ज है.रोजा इंसान को बुराइयों के रास्ते से हटाकर अच्छाई का रास्ता दिखाता है. महीने भर के रोजों को जरिए अल्लाह चाहता है कि इंसान अपनी रोज़ाना की जिंदगी को रमज़ान के दिनों के मुताबिक़ गुज़ारने वाला बन जाए. रोज़ा सिर्फ ना खाने या ना पीने का ही नहीं होता, बल्कि रोज़ा शरीर के हर अंग का होता है.। ईद के दिन सभी अपने सलाना आय का चालीसवां हिस्सा जरूरतमंदों की मदद के लिए दान देते हैं जिसे जकात निकालना कहा जाता है ।
खुदा की कुछ नेमतें हमें जीने की वजह देती हैं ,वजह देती हैं हर दर्द हर गम को कुछ पल भूल कर मुस्कुराने की और अपनों के गले लग कर उन पर अपना प्यार लुटाने की । और कुछ ऐसा ही खुशी का मौका होता है ईद का ।
कोरोना के कारण दो सालों तक अपनों से दूरी बनाए रखने के बाद इस साल डॉक्टर तनवीर अख्तर और उनका पूरा परिवार ईदगाह की नमाज में शरीक होकर खुदा से उनकी रहमतों की बारिश के लिए उनकी इबादत में सिर झुका कर इस साल ऊपर वाले की रहमतों के लिए शुक्रिया अदा कर रहे हैं ।
दानापुर बंगला नम्बर दो में रहने वाले शहर के जानेमाने डॉक्टर तनवीर अख्तर के घर में भी इस साल बडी धुमधाम से ईद मनाई गई । दो साल कोरोना के कारण परिवार के साथ शांतिपूर्ण तरीके से ईद मनाने के बाद इस साल ईद के मौके पर बधाइयाँ देने वालों का ताँता लगा रहा । डॉक्टर तनवीर अख्तर के भतीजे शायान सलीम , शाहान सलीम और अजलान जो बेहद मासूम और खुबसूरत बच्चे हैं उन नेकदिल मासूम बच्चों ने इस साल ईद पर ढेर सारी मस्तियाँ की और दुआ माँगी ऊपर वाले से । डॉक्टर तनवीर खुद भी हर वक्त जरूरतमंदों की सहायता के लिए बिना खुद की और बिना वक्त की परवाह किये सबके लिए उपलब्ध रहते हैं । डॉक्टर तनवीर एक फोन पर किसी भी वक्त किसी भी तरह की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं ।
इस मौके पर डॉक्टर तनवीर अख्तर ने भी जकात निकाली और गरीब और जरूरतमंदों के बीच सेवईयां , लच्छे और मिठाइयाँ बँटवा कर खुदा का शुक्र अदा किया ।