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नये टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन के माध्यम से स्टार्टअप शुरू करते हुए ग्लोबल लेवल पर परचम लहरायें इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र-छात्राएं : जिलाधिकारी – प चंपारण |

जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर भी बनें इंजीनियरिंग छात्र-छात्राएं

पीढ़ियों से चली आ रही समस्याओं को टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन के माध्यम से करें सॉल्व

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अंतर्गत राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, कुमारबाग में एक दिवसीय जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन

 

बेतिया। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अंतर्गत एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन आज राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, कुमारबाग के ऑडिटोरियम में किया गया। इस शिविर का जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर अनिल कुमार, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, डॉ0 विजय कुमार गुप्ता, प्रिंसिपल, विनोद कुमार, एसडीएम, बेतिया सदर, सतीश कुमार, अग्रणी जिला प्रबंधक, बेतिया सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी ने इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि यहां के छात्र-छात्राओं की आंखों में एक बड़ा सपना एवं लक्ष्य होना चाहिए। नौकरी करना आवश्यक है। इंजीनियरिंग कम्पलीट करते हुए सिर्फ नौकरी करना ही आवश्यक नहीं है, बल्कि इससे आगे जाकर जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर भी बनना होगा। ग्लोबल लेवल पर अपना परचम लहरायें।

उन्होंने कहा कि आज दुनिया बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। बदलते दुनिया के साथ कदमताल करते हुए स्टार्टअप के क्षेत्र में भी आगे बढ़े। नये टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन के माध्यम से पीढ़ियों से चली आ रही समस्याओं को साल्व करने में अपना सराहनीय योगदान दें। एक ऐसा स्टार्टअप शुरू करें जिससे समस्याओं का समाधान करने में मदद मिल सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि इंडिया को आगे बढ़ाने में इंजीनियरों को भी अपनी महती भूमिका निभानी होगी। इस इंजीनियरिंग कॉलेज का एक ऐसा कल्चर डेवलप करें जहां टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन के माध्यम से आमजनों की समस्याओं का निराकरण किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए कई सारे स्टार्टअप पॉलिसी है, डोमेन स्प्रेक्ट्रम है। सरकार द्वारा स्टार्टअप शुरू करने के लिए हरसंभव सहायता की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ लें।

कार्यक्रम की शुरूआत के पहले जिलाधिकारी द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के परिसर में पॉम का पौधारोपण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं से कहा कि एक ऐसा आइओटी डिवाईस और सेंन्सर डेवलप करें जो पौधे और मोटर/पानी टंकी से कनेक्ट रहेगा। पौधे को जब भी पानी की आवश्यकता होगी, तो स्वतः ही मोटर चालू हो जाय और पौधे को पानी मिल जाय।

जिलाधिकारी द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के विभिन्न सेक्शनों का निरीक्षण भी किया गया। इस दौरान वर्कशॉप, कैफेटेरिया, डिजिटल लाइब्रेरी, रीडिंग रूम, सेन्ट्रल लाइब्रेरी, जियो टेक्नीकिल इंजीनियरिंग लैब, ट्रांसपोरेशन इंजीनियरिंग लैब, मैटेरियल टेस्टिंग लैब आदि का जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया।

वर्कशॉप निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने लेथ मशीन, कारपेन्ट्री, फ्रान्ट्री, फिटिंग शॉप, बेल्डिंग आदि मशीनों का अवलोकन किया। उन्होंने निदेश दिया कि वर्कशॉप में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि वर्कशॉप एवं सभी लैबों का यूज किया जाय तथा छात्र-छात्राओं को प्रैक्टिकल भी कराना सुनिश्चित किया जाय।

एक दिवसीय जागरूकता शिविर में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा स्टार्टअप पॉलिसी, पीएमइजीपी, पीएमएफएमई, स्टैंडअप इंडिया, मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री कलस्टर विकास योजना आदि योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान किया गया।

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