सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए करें कारगर उपाय : जिलाधिकारी – पश्चिम चंपारण |

एनएच 727 में कई बिन्दुओं पर वाहनों की गति सीमा नियंत्रित करने वाली संरचनाओं का करें निर्माण
दुर्घटना प्रवण क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए गति सीमा का निर्धारण करने का निदेश
सतेन्द्र पाठक |
बेतिया। एनएच 727 सहित अन्य सड़कों पर हो रहे दुर्घटनाओं के मद्देनजर ऐहतियातन सभी कारगर कदम उठाने का निर्देश जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा दिया गया है। कार्यपालक अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ कार्य प्रमंडल, मोतिहारी को पश्चिम चम्पारण जिले में मझौलिया से वाल्मीकिनगर तक जाने वाली एनएच 727 में कई बिन्दुओं पर वाहनों की गति सीमा नियंत्रित करने वाली संरचनाओं का निर्माण करने को कहा गया है।
जिला सुरक्षा सड़क समिति द्वारा बताया गया कि विगत कुछ दिनों में दुर्घटनाओं एवं इनमें हताहत होने वाले व्यक्तियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुयी है। इन दुर्घटनाओं में जान माल की क्षति के साथ-साथ कई बार विधि-व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है। बताया गया कि सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण अधिक गति में वाहनों के परिचालन के कारण उनका अनियंत्रित होना है।
जिलाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ कार्य प्रमंडल, मोतिहारी को एनएच 727 की पूरी लम्बाई में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में आधार पर दुर्घटना प्रवण क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए गति सीमा का निर्धारण तथा साईनेजेज का अधिष्ठापन कराने को कहा गया है। इसके साथ ही आवश्यक स्थानों पर पर्याप्त संख्या में रबल स्ट्रीप, स्पीड रबल आदि का अधिष्ठापन सुनिश्चित किया जाय।
जिला परिवहन पदाधिकारी को जिले के विभिन्न सड़कों पर दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप कारगर कार्रवाई करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। साथ ही वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने तथा सड़क सुरक्षा से संबंधित जानकारी मुहैया कराने हेतु जागरूकता कार्यक्रमों का संचालन करने का निर्देश दिया गया है।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, नंदकिशोर साह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।