
रवीन्द्र नाथ भैया |
जिलाधिकारी उदिता सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में संभावित बाढ़ 2022 के पूर्व तैयारी एवं सुखाड़ से निपटने के लिए विस्तृत समीक्षात्मक बैठक हुई। बैठक में स्वास्थ्य विद्युत पीएचइडी, कृषि अग्निशमन, पशु पालन आदि विभागों से संबंधित बाढ़ पूर्व और सुखाड़ की स्थिति की विस्तृत समीक्षा बैठक किउ और उपस्थित अधिकारियों को इसस निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया।
योगदान के बाद अधिकारियों के साथ पहली बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पेयजल को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। इसके लिए पीएचइडी और जिला पंचायती राज पदाधिकारी को जिले के नल जल योजना को अविलंब ठीक कर सुचारू रूप से संचालन करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिया।
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि 182 पंचायतों में से 169 पंचायतों में वर्षा मापी यंत्र स्थापित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर सभी पंचायतों में वर्षा मापक यंत्र लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कृषि पदाधिकारी को फटकार लगाते हुये कहा कि बैठक में आने के पूर्व अपनी पूरी तैयारी करके आएं।
जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पशुओं के लिए चारा आदि की समुचित व्यवस्था कर ले।
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया गया कि जिन पंचायतों में आपके द्वारा नल जल नहीं चालू किया गया है उसको एक सप्ताह में गुणवत्ता के साथ चालू करना सुनिश्चित करें। किसी भी व्यक्ति को जल का संकट का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने बताया कि जिला नियंत्रण कक्ष पीएचइडी कार्यालय में प्रतिदिन 8:00 सुबह से 8:00 शाम तक संचालित हो रहा है प्रतिदिन 25 कॉल आ रहा है जिसका समाधान किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि वरीय उप समाहर्ता को नियंत्रण कक्ष की निगरानी में लगाएं जो आने वाले सभी समस्याओं का समाधान करना सुनिश्चित करें।सभी समस्याओं को 4 घंटे में समाधान करना सुनिश्चित करें। पीएचइडी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या जीरो 6324 2100 36 है और मोबाइल नंबर 85444 28567 है। जल संकट उत्पन्न होने पर कोई भी जिले वासी इस नंबर पर संपर्क का स्थापित कर जल संकट से निदान पा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि अब तक 1435 खराब चापाकलों की मरम्मत कर पेयजल की सुविधा चिन्हित गांव में उपलब्ध कराई गई है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी मरम्मत किए गए चापाकल का निरीक्षण कर प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी घर में पेयजल की कमी नहीं होनी चाहिए , अन्यथा संबंधित अधिकारी पर विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित है।
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मेसकौर प्रखंड के 11 वार्ड में योजना सफल नहीं हुई है, जहां भूमिगत जल का अभाव है ।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जहां भी पानी का स्रोत है वहां से जलापूर्ति करना सुनिश्चित करें। टैंकर से पानी पहुंचाना स्थाई इलाज नहीं है। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने बताया कि जिले में कुल 31, हजार चापाकल है जो सभी चालू हालत में है। नारदीगंज प्रखंड सीतारामपुर मैं टैंकर से पानी आपूर्ति हो रही है नल जल की योजना निर्माणाधीन है.
उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर को निर्देश दिया गया कि जाकर जांच करें और 3 दिनों के अंदर हर घर नल जल की योजना चालू करवाना सुनिश्चित करें ।
जिले में पशुओं को पेयजल के लिए 22 पशु नाद का निर्माण किया गया है जिसमें से 18 अभी चालू है, जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को स्पष्ट निर्देश दिया कि 3 दिनों के अंदर सभी पशु नाद को चालू करना सुनिश्चित करें।
बैठक में उज्जवल कुमार सिंह अपर समाहर्ता, निर्मला कुमारी सिविल सर्जन उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, सुजीत कुमार आपदा प्रभारी, सत्येंद्र प्रसाद जिला सूचना जनसंपर्क अधिकारी, लक्ष्मण प्रसाद जिला कृषि अधिकारी , सभी अंचलाधिकारी के साथ के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे।