
रवीन्द्र नाथ भैया ।
जिले के नारदीगंज प्रखंड के एक मात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी की घोर समस्या है।भीषण गर्मी से त्राहिमाम मचा हुआ है।इस केंद्र में आए मरीजों और उसके परिजन को पीने के लिए बाजार से पानी मोल खरीदना पड़ता है,नहीं तो प्यासे घर वापस जाना पड़ता है।
कहने को तो सीएचसी के प्रांगण में चार चापाकल लगा है।लेकिन चालू स्थिति में मात्र एक चापाकल है। हालत यह है कि उसमें भी कई हैंडल चलाने के बाद पानी आता है जबकि तीन चापाकल शोभा की बस्तु बनी हुई है.
विभागीय अधिकारी कनीय अभियंता प्रिंस कुमार का दावा है कि इस केंद्र में सभी चापाकल चालू हालत में है।वहां का हालत देखकर उनका दावा खोखला साबित हो रहा है।
बुधवार को मीडिया कर्मी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे, और पेयजल की स्थिति की जानकारी लिया,तो उस केंद्र में पानी की गंभीर समस्या है, तीन चापाकल दिखावे के हालत में है। एक चापाकल से लोगों की प्यास बुझ रही है। सीएचसी राजगीर बोधगया राजमार्ग 82 पर स्थित है।जिसके कारण यहां हमेशा मरीजों की भीड़ लगी रहती है। आउटडोर में कम से कम 200 मरीज और उसके परिजन सीएचसी प्रतिदिन यहां इलाज के लिए आते हैं।इसके अलावा इमरजेंसी मरीज का भी आना लगा रहता है।
स्वास्थ्य केंद्र नेशनल हाइवे पर होने के कारण दुर्घटना से जख्मी लोग भी यहां आते रहते हैं। पानी की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।सीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अखिलेश प्रसाद ने बताया कि सीएचसी में पानी की बड़ी समस्या है।कंपाउंड में लगा चार चापाकल में तीन खराब पड़ा हुआ है।जिसकी जानकारी विभागीय अधिकारी को दे दिया गया है।इस मामले को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया अरविन्द मिश्रा ने भी डीएम,पीएचडी कार्यपालक अभियंता, बीडीओ व जनप्रतिनिधियों के अलावा सोशल मीडिया पर सीएचसी में खराब पड़े तीनों चापाकल की मरम्मती कर पेयजल संकट दूर करने की मांग किया है।
पीएचडी विभाग के कनीय अभियंता प्रिंस कुमार ने बताया कि 15 दिन पूर्व सभी चापाकल को बनवाया गया था,जो चालू हाल में है।लेकिन सोशल मीडिया पर सूचना मिली है कि तीनों चापाकल खराब पड़ा हुआ है,पुनः सभी खराब पड़े चापाकल को जल्द से जल्द मरम्मत कर चालू करा दिया जायेगा।