
रवीन्द्र नाथ भैया |
आर्मी बहाली में नये नियमों के विरोध में जिले में उपद्रवियों द्वारा किये गये बवाल से जुड़े मामले में पुलिस की टीम कोचिंग संचालकों की भूमिका की जांच करेगी।
पटना व मसौढ़ी में कोचिंग संचालकों की बवाल में संदिग्ध भूमिका सामने आने पर सरकार के निर्देश के आलोक में नवादा में भी जांच के आदेश दिये गये हैं। इसके तहत घटना के दिन कोचिंग संचालकों और उसमें पढ़ने वाले छात्रों से संबंधित सीसीटीवी फुटेज आदि खंगाले जाने की प्रकिया की जा रही है। इसे लेकर पुलिस टीम को कई निर्देश दिये गये हैं।
बताया जा रहा है कि शहर के कई कोचिंग संस्थान पुलिस के निशाने पर हैं।
हालांकि पुलिस के मुताबिक अभी तक की जांच में इस प्रकार का कोई भी सबूत पुलिस को नहीं मिला है,जिसके आधार पर घटना में इनकी संलिप्तता का प्रमाण मिल सके। वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन द्वारा कोचिंग संस्थानों पर शिकंजा कसने के लिए इनके रजिस्ट्रेशन की जांच करायी जा रही है। नवादा सदर और रजौली के एसडीएम के नेतृत्व में गठित टीम संस्थानों के रजिस्ट्रेशन की जांच कर रही है।
बता दें कि नवादा में तकरीबन दो सौ छोटे-बड़े कोचिंग संस्थान चल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर कड़ी नजर,अब तक 8 गिरफ्तार:-
बवाल को लेकर सोशल मीडिया पर भी पुलिस की कड़ी नजर है। पुलिस के मुताबिक फिलहाल आर्मी ड्रीम ब्वायज ग्रुप के दो एडमिन समेत 08 लोगों को 17 जून की देर रात रजौली से गिरफ्तार किया जा चुका है। यह गिरफ्तारी सूबे की पहली व जिला पुलिस की एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
इस ग्रुप द्वारा 18 जनवरी की सुबह रजौली थाने को उड़ाने व भयंकर तबाही मचाने की साजिश रची गयी थी। सभी उपद्रवियों को असलहों के साथ रजौली इंटर स्कूल में सुबह 05 बजे इकट्ठा करने की योजना थी। परंतु एसपी डॉ. गौरव मंगला की मॉनिटरिंग व रजौली एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में पुलिस ने ग्रुप के लोगों को दबोच कर इस साजिश को बेकाम कर दिया।
इस मामले में रजौली थाने में आईटी एक्ट, दुष्प्रेषण व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से संबंधित मामला दर्ज है। बताया जाता है कि इस प्रकार के कई अन्य ग्रुपों पर भी पुलिस की नजर है। मामले में इनकी संलिप्तता की जांच चल रही है। साइबर क्राइम एंड सोशल मीडिया यूनिट (सीसीएसएमयू) मामले की जांच कर रही है।
दो हजार उपद्रवियों पर प्राथमिकी:-
नवादा शहर समेत जिले के नारदीगंज और हिसुआ में 16 व 17 जून को आर्मी बहाली के नियमों के विरोध के नाम पर किये गये बवाल में तकरीबन दो हजार उपद्रवियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है। इनमें से करीब 150 लोग नामजद भी बनाये गये हैं। इनके विरुद्ध छह अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पुलिस द्वारा अभी तक इस मामले में 68 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कहते हैं अधिकारी:-
आर्मी ड्रीम वायस ग्रुप के दो एडमिन समेत 08 गिरफ्तार किये गये हैं। कोचिंग संचालकों की भूमिका की जांच करायी जा रही है। दोनों एसडीएम के नेतृत्व में कोचिंग संस्थानों के रजिस्ट्रेशन की भी जांच की जा रही है।