ककोलत के केयर टेकर यमुना पासवान के भाई समेत दो गिरफ्तार – नवादा |
वाहनों की पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली पर कार्रवाई

रवीन्द्र नाथ भैया |
बिहार का कश्मीर ककोलत वाटर फॉल का केयर टेकर के नाम से चर्चित यमुना पासवन व उसके भाई सुरेश पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप ककोलत पहुंचने वाले सैलानियों की वाहनों से पार्किंग के नाम पर अवैध रूप से चुंगी वसूली किया जाना है। गिरफ्तारी की पुष्टि गोविन्दपुर थानाध्यक्ष श्याम कुमार पाण्डेय ने की है
।
प्रशासन की इस कार्रवाई से वहां विधि व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे ककोलत विकास परिषद के वॉलिंटियर्स में हड़कंप मच गया है। अलग-अगल किस्म के वाहनों से 50 से 150 रुपये तक की वसूली की जा रही थी।
बताया जाता है कि रविवार की सुबह एसडीओ रजौली आदित्य कुमार पियुष अचानक ककोलत पहुंचे। वहां उन्होंने वाहनों की पार्किंग के नाम पर रसीद काटते दो युवकों को पकड़ा। भारी मात्रा में रसीद जब्त किया गया।
एसडीओ ने पकड़ में आये दोनों युवकों को थाना भेजने तथा केयर टेकर यमुना पासवान व उसके भाई के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का आदेश सीओ को दिया
। एसडीओ ने स्वयं दो की गिरफ्तारी की तस्वीर व सूचना को सार्वजनिक किया।
एसडीओ ने जिस दो युवकों को पकड़ा था, पुलिस अभिरक्षा से भाग गया। इसके बाद पुलिस ने यमुना पासवान व उसके भाई को मीटिंग के नाम पर थाना बुलाया। जहां दोनों भाईयों को प्राथमिकी व गिरफ्तारी की जानकारी दी ।
बता दें कि 27 मई को सूबे के मुखिया नीतीश कुमार का ककोलत आगमन हुआ था। उन्होंने प्रशासन को सैलानियों के लिए यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। सीएम के आदेश के आलोक में डीएम उदिता सिंह ने वन विभाग के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारियों को मास्टर प्लान बनाने का निर्देश कुछ दिनों पूर्व दिया है।
समझा जाता है कि प्रशासन धीरे-धीरे ककोलत की पूरी व्यवस्था अपने जिम्मे लेने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
बहरहाल, गलत काम के लिए यमुना पासवान व उसके वालिंटियर्स पर कार्रवाई को लेकर लोग दो पक्ष में बंट गए हैं। एक पक्ष कार्रवाई को सही करार दे रहा है तो दूसरे पक्ष के लोग इस बात के लिए चिंतित हैं कि सैलानियों की सुरक्षा कैसे होगी और कौन करेगा। अबतक तो युमना पासवान व उनके वालिंटियर्स सबकुछ संभाल ले रहे थे। गर्मी के मौसम में सैकड़ों वाहन और हजारों सैलानियों की भीड़ को नियंत्रित करना दो-चार पुलिसकर्मियों के बूूते की बात नहीं होगी। ऐसे में प्रशासन का वीजन सैलनियों के हित में क्या है, आने वाले कुछ दिनों में साफ होगा।