BiharNationalSportsState

वारिसलीगंज की आरती का रग्बी टीम में चयन – नवादा |

गरीब किसान के घर जन्मी आरती ने 2021 में देश को दिला चुकी है रजत पदक, परिजनों में खुशी

हौसला अगर आसमान छूने की हो, तो कोई ताकत रोक नहीं सकता । इस उक्ति को साबित कर दिखाया है। किसान घर में जन्मी जिले के वारिसलीगंज पटेल नगर निवासी संजय कुमार और गृहणी मंजू देवी की पुत्री आरती कुमारी ने। जो पढ़ाई के साथ साथ समय मिलने पर खेतों और खलिहान में खेल का अभ्यास करते हुए आज 19 वर्ष के उम्र में भारतीय रग्बी टीम का हिस्सा बन देश के लिए खेल कर पदक दिला चुकी आरती का अब 20 वर्ष पूरा करने के बाद एक बार फिर भारतीय रग्बी टीम के लिए चयनित किया गया है. जो भारतीय रग्बी टीम के साथ उजविस्कतान के लिए रवाना हो गई।
बता दें कि 2021 में ताशकंद में आयोजित अंडर 18 बालिका एशियन रग्बी चैंपियनशिप में भारत के तरफ से खेलते हुए आरती ने देश को रजत पदक दिलाने में सफल रही थी। रजत पदक लेकर वतन लौटने के बाद होनहार बेटी का स्वागत देश के कई स्थानों पर किया गया था।
गांव की गलियों और खेतों में खेलने का अभ्यास करते हुए वारिसलीगंज की बेटी भारतीय टीम का हिस्सा बनने जा रही है की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्रवासियों ने होनहार बेटी की उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए हर्ष व्यक्त किया है।
बचपन से ही खेलकूद में होनहार थी आरती:-
पकरीबरांवा के ओरानी गांव में पली-बढ़ी 20 वर्षीय आरती की दसवीं तक की पढ़ाई कोनन्दपुर उच्च विद्यालय से हुई थी। किसान पिता ने बताया कि सबसे छोटी पुत्री आरती बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में होनहार थी। यही कारण है कि प्रखंड जिला व राज्य के कई प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त किया है। बताया कि आरती का बचपन से ही रग्बी खेल के प्रति आकर्षण देखकर परिवार वालों का भरपूर सहयोग मिलता रहा है।
2021 में अंडर-18 बालिका एशियन रग्बी चैंपियनशिप में चयन के बाद 18 और 19 सितंबर को उज़्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित फाइनल मैच यूएई के साथ खेला गया था। जिसमे आरती के शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारत को रजत पदक प्राप्त हुआ था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button