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किसका कहे उदासीनता, अंचलाधिकारी या स्वास्थ्य विभाग – पश्चिम चंपारण |

स्वास्थ्य केंद्र के भूमि के अतिक्रमण पर ग्रामीणों में आक्रोश

अंचलाधिकारी सहित सिविल सर्जन को भी दिया आवेदन

जिसके कारण स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण रुक गया है

सतेन्द्र पाठक |

बेतिया। पश्चिम चंपारण जिला के चनपटिया प्रखंड के लच्छु छापर गांव स्थित स्वास्थ्य केंद्र खोलने हेतु आवंटन भूमि की अतिक्रमण होने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हैं। जिसको लेकर पूर्व में अंचलाधिकारी व गत दिनों सिविल सर्जन से आवेदन के माध्यम से अतिक्रमण मुक्त हेतु मांग किया गया हैं। जिससे स्वास्थ्य केंद्र बन कर शुरुआत हो सके और ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। आपको बताते चले कि सिविल सर्जन को दिए आवेदन में उल्लेखनीय हैं कि पश्चिम चंपारण जिला के चनपटिया प्रखंड के लच्छूछापर गांव में स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हेतु जमीन आवंटित किया गया था। उक्त जमीन सरकारी अमीन के द्वारा मापा किया गया था। उसके उपरांत जमीन पर अंचलाधिकारी के उदासीनता से अवैध कब्जा कर लिया गया है, जो आम गैरमजरूआ जमीन है। जिसके कारण स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण रुक गया है। इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा अंचलाधिकारी को लिखित आवेदन दिया गया। लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया गया और आश्चर्य की बात है कि सरकारी भूमि एवं स्वास्थ्य केंद्र जैसे जन हितकारी योजना की जमीन को अतिक्रमण कर लिया गया है। जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा पश्चिम चंपारण जिला के सिविल सर्जन को भी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराते हुए उक्त समस्या के निदान हेतु पहल करने के लिए मांग किया गया है। उक्त मामले में सिविल सर्जन ने बताया कि जमीन अतिक्रमण कारी है, उक्त अतिक्रमण को चनपटिया अंचलाधिकारी के द्वारा ही मुक्त कराया जाएगा। विभाग द्वारा चनपटिया प्रखंड के अंचलाधिकारी को पूर्व में जमीन चयनित हेतु पत्र दिया गया था। जिसकी सारी जवाबदेही अंचलाधिकारी की ही होगी। वही इस संबंध में अंचलाधिकारी से संपर्क नहीं होने के कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं जानी जा सके।

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