BlogCrimeState

बजाज फाइनेंस के नाम पर ठगी करने वाले दो साइबर अपराधी गिरफ्तार – नवादा |

अपराधियों के पास से करीब 1.35 लाख रुपए सहित ठगी के कई दस्तावेज बरामद

नवादा : जिले के वारिसलीगंज इलाके से साइबर अपराधियों के एक ठिकाने से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से नकदी सहित बड़े पैमाने पर साइबर ठगी के दस्तावेज बरामद किये गये हैं। साइबर पुलिस उपाधीक्षक प्रिया ज्योति ने बताया कि साइबर पुलिस के प्रतिबिंब पोर्टल पर दिख रहे मोबाइल नंबरों के आधार पर वारिसलीगंज के चकवाय गांव में एक ठिकाने पर छापेमारी की गयी। वहां से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। शेष अन्य भागने में सफल रहे। गिरफ्तार अपराधियों के चिह्नित ठिकाने से नकदी करीब 135,500 रुपये तथा 10 मोबाइल, 13 सिम कार्ड, नौ पैन कार्ड, 16 एटीएम कार्ड, 7 आधार कार्ड, नौ पासबुक, तीन चेकबुक, वोटर कार्ड, पेमेंट रिसिप्ट, श्रम कार्ड, आरसी, मेमोरी कार्ड समेत विभिन्न दस्तावेज जब्त किये गये हैं।
साइबर अपराधियों की पहचान वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चकवाय गांव निवासी कृष्णा चौधरी के 19 वर्षीय बेटे छोटू कुमार तथा स्व अरविंद रविदास के 23 वर्षीय बेटे देवनंदन कुमार के रूप में हुई है। साइबर पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि दोनों साइबर अपराधियों ने अपना अपराध स्वीकारा है। उसने बताया कि बजाज फाइनेंस, बुल्स धनी फाइनेंस तथा एल खैर इस्लामिक फाइनेंस के नाम पर भोले-भाले लोगों को सस्ती दर पर आसानी से लोन उपलब्ध कराने का झांसा देकर ठगी करते थे। इसके लिए सोशल मीडिया एड समेत अन्य मोबाइल पर कॉल करके जरूरतमंद लोगों को साइबर ठगी के जाल में फंसाते थे। भोले-भाले तथा अनजान लोग आसानी से साइबर ठगी के झांसे में आकर फंस जाते हैं। बताया कि लोन पास होने पर विभिन्न चार्ज के नाम पर लोगों से परसेंटेज के हिसाब से राशि डलवाते हैं।
धोखे में फंसे लोगों से राशि आते ही एटीएम समेत अन्य पेमेंट से राशि की निकासी कर लेते थे।
साइबर पुलिस ने गिरफ्तार साइबर अपराधियों पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है व दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बढ़ता जा रहा साइबर अपराध का दायरा:-
बता दें कि इन दिनों साइबर अपराध बहुत बड़ा अभिशाप बन गया है। सरकार के लाख हथकंडे अपनाने के बाद भी रुकने के बजाय दिन प्रतिदिन अपराध का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। पहले झारखंड का जामताड़ा एक उदाहरण बनता था आज बिहार के कई जिले साइबर अपराधियों के गढ़ बने हैं। ऐसे नवादा जिले के वारिसलीगंज ने जामताड़ा को भी पीछे छोड़ दिया है। यहां युवकों के साथ नाबालिग भी साइबर अपराध के दलदल में फंसते जा रहे हैं। इस पर काबू पाना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। ऐसे बिहार सरकार ने विभिन्न जिलों में साइबर थाना स्थापित कर इस पर अंकुश लगाने का हद तक प्रयास किया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button